सीमेंट की कीमतों में भारी बढ़ोतरी!: कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर मुनाफाखोरी और भ्रष्टाचार का लगाया आरोप




सीमेंट की कीमतों में 50 रुपये की बढ़ोतरी पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर मुनाफाखोरी और कमीशनखोरी के आरोप लगाए।  

विश्व मीडिया आरकेसोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ़

रायपुर, 10 सितंबर 2024: छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने सीमेंट की कीमतों में अचानक हुई 50 रुपये प्रति बोरी की बढ़ोतरी को भाजपा सरकार की मुनाफाखोरी और कमीशनखोरी का प्रमाण बताया है। उन्होंने कहा, "सीमेंट की कीमतें अचानक 260 रुपये से बढ़ाकर 310 रुपये कर दी गई हैं, जो जनता के साथ अन्याय है। भाजपा सरकार ने जनता को लूटने की खुली छूट दे रखी है।" शुक्ला ने आरोप लगाया कि सीमेंट की यह बढ़ोतरी तथाकथित 'विष्णुभोग' के नाम पर की गई है। 

छत्तीसगढ़, जो देश का सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक राज्य है, में हर महीने 30 लाख टन से अधिक सीमेंट का उत्पादन होता है। शुक्ला ने कहा, "सीमेंट उत्पादन के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी संसाधन जैसे कोयला, बिजली और जमीन हमारे हैं, फिर भी हमें महंगी दरों पर सीमेंट खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है।" उन्होंने इस मूल्य वृद्धि को जनता के साथ अन्याय करार दिया और आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पहले से ही लगाए गए 28 प्रतिशत जीएसटी के बाद अब राज्य सरकार के संरक्षण में सीमेंट की कीमतों में यह अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा के शासन में महंगाई ने सभी सीमाएं पार कर ली हैं। क्रूड ऑयल के अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें 2014 की तुलना में लगभग आधी हो गई हैं, फिर भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें दोगुनी वसूली जा रही हैं। वहीं, प्रदेश की भाजपा सरकार ने भूखंडों की रजिस्ट्री पर 30 प्रतिशत की छूट खत्म कर दी है, बिजली के बिलों में भी भारी वृद्धि हो रही है और अब सीमेंट के दामों में इस तरह की बढ़ोतरी ने जनता पर महंगाई का चौतरफा हमला कर दिया है। 

कांग्रेस पार्टी ने मांग की है कि सीमेंट पर 50 रुपये प्रति बोरी की मूल्य वृद्धि तुरंत वापस ली जाए और सीमेंट को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत लाकर इसके दाम नियंत्रित किए जाएं।  

घर के सपनों पर गहरी चोट

शुक्ला ने कहा, "भाजपा ने हर व्यक्ति को घर देने का वादा किया था, लेकिन आज भवन निर्माण की सामग्री, जैसे रेत, स्टील और सीमेंट, की कीमतें आसमान छू रही हैं। पिछले 9 महीनों में रेत के दाम चार गुना बढ़ गए हैं और स्टील की कीमतें भी दोगुनी हो चुकी हैं। अब सीमेंट की कीमत में 50 रुपये प्रति बोरी की वृद्धि से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के घर बनाने के सपनों पर गहरी चोट पहुंची है।" 

उन्होंने यह भी कहा कि सीमेंट की कीमतों में इस वृद्धि का असर प्रधानमंत्री आवास योजना और देश के बुनियादी ढांचे के निर्माण पर भी पड़ेगा। सरकारी प्रोजेक्ट्स जैसे पुल, सड़कों, बांध और सरकारी भवनों की निर्माण लागत बढ़ जाएगी, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर भी प्रभावित होगा। 

रियल एस्टेट सेक्टर पर नकारात्मक असर

कृषि के बाद सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर रियल एस्टेट है, और सीमेंट की कीमत में अचानक हुई इस वृद्धि से यह सेक्टर गंभीर संकट में आ जाएगा। शुक्ला ने कहा, "इस मूल्य वृद्धि से रियल एस्टेट व्यवसाय की कमर टूट जाएगी और लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।"

कांग्रेस की मांग

कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से मांग की है कि सीमेंट पर 50 रुपये प्रति बोरी की कीमत वृद्धि वापस ली जाए और इसे आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत शामिल किया जाए ताकि जनता को राहत मिल सके।

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