लखनऊ: गायत्री ज्ञान मंदिर का 421वां युगऋषि वाङ्मय की स्थापना, छात्रों को भेंट की गई अखण्ड ज्योति पत्रिका




गायत्री ज्ञान मंदिर लखनऊ में 421वां युगऋषि वाङ्मय स्थापित, छात्रों को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की गई। कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्ति शामिल।


गायत्री ज्ञान मंदिर, इंदिरा नगर, लखनऊ द्वारा संचालित विचार क्रांति ज्ञान यज्ञ अभियान के अंतर्गत "एन्क्राइट आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, परवर पूरब, मोहनलालगंज, लखनऊ" के केंद्रीय पुस्तकालय में 421वां युगऋषि वाङ्मय स्थापित किया गया। यह वाङ्मय गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित 79 खंडों का संपूर्ण संग्रह है।




इस ऐतिहासिक अवसर पर गायत्री परिवार की सक्रीय कार्यकर्ता श्री हंस जी ने अपने पूर्वजों की स्मृति में यह साहित्य भेंट किया। साथ ही, सभी छात्र-छात्राओं और चिकित्सकों को अखण्ड ज्योति पत्रिका (हिन्दी) भी भेंट की गई।




मुख्य वक्ताओं के विचार
इस कार्यक्रम में वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक, उमानंद शर्मा ने कहा, "ऋषि साहित्य मानवीय गरिमा का बोध कराता है।" संस्थान के चेयरमैन डॉ. कीर्ति कुमार और श्रीमती ऊषा सिंह ने भी अपने विचार साझा किए। धन्यवाद ज्ञापन चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कमल सचिदेवा द्वारा व्यक्त किया गया।



इस कार्यक्रम में उमानंद शर्मा, देवेन्द्र सिंह, विजय, श्रीमती ऊषा सिंह, संस्थान के चेयरमैन डॉ. कीर्ति कुमार, निदेशक इं. इशान अरोड़ा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. रितिका अरोड़ा, प्राचार्य प्रो. (डॉ.) इंद्रेश कुमार सिंह, एकेडमिक प्राचार्य प्रो. डॉ. अरूण कुमार पाणिग्राही, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कमल सचिदेवा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति और छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।

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