गाजियाबाद के अस्पताल में शर्मनाक कृत्य: दूसरी एंबुलेंस बुलाने पर डॉक्टर ने निकाला ऑक्सीजन मास्क, बच्ची की मौत






गाजियाबाद में दूसरी एंबुलेंस बुलाने पर डॉक्टर ने ऑक्सीजन मास्क हटाया, बच्ची की मौत, परिवार ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया।


गाजियाबाद: दूसरी एंबुलेंस बुलाई तो डॉक्टर ने निकाला ऑक्सीजन मास्क, मासूम बच्ची की मौत, अस्पताल पर लापरवाही का आरोप

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित मरियम हॉस्पिटल में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। एक गरीब परिवार की छोटी बच्ची को मरियम हॉस्पिटल से दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करना था, लेकिन जब परिवार ने हॉस्पिटल की महंगी एंबुलेंस सर्विस के बजाय दूसरी जगह से एंबुलेंस बुलाई, तो हॉस्पिटल स्टाफ ने नाराज होकर बच्ची का ऑक्सीजन मास्क हटा दिया। इस अमानवीय कृत्य के बाद बच्ची की मौत हो गई, और अब परिवार अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है।

अस्पताल ने मांगे थे 6 हजार, दूसरी जगह से बुलाई एंबुलेंस
बच्ची के परिजनों ने बताया कि मरियम हॉस्पिटल ने एंबुलेंस के लिए 6 हजार रुपये मांगे, जो उनके लिए बहुत अधिक थे। इसलिए परिवार ने किसी और अस्पताल से कम पैसों में एंबुलेंस बुलाई। इससे हॉस्पिटल स्टाफ नाराज हो गया और इसी गुस्से में उन्होंने बच्ची के ऑक्सीजन सप्लाई मास्क को हटा दिया। इससे बच्ची की हालत गंभीर हो गई और कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई।

ऑक्सीजन मास्क हटाने से हुई बच्ची की मौत
परिजनों का आरोप है कि एंबुलेंस बुलाने के बाद, एंबुलेंस स्टाफ और अस्पताल के डॉक्टरों के बीच बातचीत हुई, जिसके बाद अचानक बच्ची के मुंह से ऑक्सीजन मास्क निकाल दिया गया। इसके तुरंत बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल प्रशासन ने सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन बच्ची के मुंह से खून निकलने लगा और उसकी मौत हो गई।

इलाके में आक्रोश, पुलिस कर रही जांच
इस घटना से पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है। लोग अस्पताल प्रशासन के इस अमानवीय कृत्य की निंदा कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जब हंगामा बढ़ा, तो पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पीड़ित परिवार को न्याय का आश्वासन दिया है।

न्याय की मांग और सवाल उठाते लोग
यह घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि जिन डॉक्टरों और अस्पताल स्टाफ को हम भगवान का दर्जा देते हैं, क्या वे पैसों के लिए किसी मासूम की जान भी ले सकते हैं? पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है।

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