हरियाणा चुनाव 2024 में बीजेपी की दूसरी सूची में देरी का कारण मनोहर लाल और राव इंद्रजीत सिंह के बीच सीटों पर खींचतान बताया जा रहा है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची पर संशय बना हुआ है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, देरी का प्रमुख कारण मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान है। दोनों नेता अपने-अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के लिए अड़े हुए हैं, जिससे पार्टी की निर्णय प्रक्रिया में बाधा आ रही है।
प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से साउथ हरियाणा की 23 सीटें विशेष रूप से चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं, जहां गुटबाजी के कारण उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने में रुकावटें आ रही हैं। पटौदी, बावल और नूंह जैसे प्रमुख इलाकों में दोनों मंत्रियों के खेमों के बीच खींचतान के चलते अब तक सूची का ऐलान नहीं हो सका है।
गुरुग्राम में मौजूदा विधायक सुधीर सिंगला और पूर्व पार्षद सुभाष सिंगला ने कहा है कि पार्टी का निर्णय सर्वमान्य होना चाहिए, लेकिन आंतरिक टकराव ने इस प्रक्रिया को जटिल बना दिया है। पटौदी जैसी आरक्षित सीट पर मनोहर लाल खेमे के सत्यप्रकाश जरावता मौजूदा विधायक हैं, जबकि राव इंद्रजीत पूर्व विधायक बिमला चौधरी को टिकट दिलाने की कोशिश में हैं।
रेवाड़ी जिले की बावल सीट पर भी स्थिति कुछ अलग नहीं है, जहां डॉक्टर बनवारी लाल, जो पहले राव इंद्रजीत के करीबी माने जाते थे, अब मनोहर लाल के खेमे में हैं। वहीं, राव इंद्रजीत इस सीट के लिए डॉक्टर संजय मेहरा को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
मेवात की नूंह, पुन्हाना और फिरोजपुर झिरका सीटों पर भी दोनों नेताओं के बीच समर्थन की खींचतान जारी है। नूंह में जाकिर हुसैन और जाहिद हुसैन की टिकट के लिए राव इंद्रजीत जोर लगा रहे हैं, जबकि मनोहर लाल सुरेंद्र पींटू के पक्ष में खड़े हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध के बीच बीजेपी की दूसरी सूची का ऐलान शनिवार देर शाम तक होने की उम्मीद है। देखना होगा कि इन आंतरिक खींचतान के बीच पार्टी किसे मौका देती है और कौन किस पर भारी पड़ता है।
0 टिप्पणियाँ