कानपुर में ट्रेन उड़ाने की साजिश! रेलवे ट्रैक पर रखा गया गैस सिलेंडर और पेट्रोल बम, 10 संदिग्ध हिरासत में




कानपुर में रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर और पेट्रोल बम मिलने से बड़ी साजिश नाकाम। 10 संदिग्ध हिरासत में, केंद्रीय एजेंसियां जांच में जुटी।

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में ट्रेन को उड़ाने की साजिश को नाकाम कर दिया गया है। अनवरगंज-कासगंज रेलवे ट्रैक पर एक एलपीजी सिलेंडर और पेट्रोल बम मिलने से बड़ा हादसा टल गया। रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब जांच की जिम्मेदारी केंद्रीय एजेंसियों को सौंपी गई है। 

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह घटना अनवरगंज-कासगंज रेलवे रूट पर घटी, जब कालिंदी एक्सप्रेस ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई। हादसे के समय लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक का उपयोग कर बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। धमाका गैस सिलेंडर के फटने से हुआ, लेकिन लोको पायलट की सूझबूझ से जान-माल का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। 

22 मिनट तक रुकी ट्रेन:

धमाके के बाद कालिंदी एक्सप्रेस करीब 22 मिनट तक ट्रैक पर रुकी रही। मौके पर पहुंची जीआरपी और आरपीएफ की टीमों ने जांच की तो पाया कि ट्रैक पर सिर्फ गैस सिलेंडर ही नहीं, बल्कि पेट्रोल की बोतल, माचिस और अन्य संवेदनशील सामग्री भी रखी गई थी। अधिकारियों के अनुसार, इस घटना के पीछे किसी बड़ी साजिश का अंदेशा है, जिसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। 

पहली बार नहीं हुई ऐसी घटना:

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, बीते कुछ महीनों से यूपी के रेलवे ट्रैक पर इस तरह की घटनाओं में तेजी आई है। हाल ही में साबरमती एक्सप्रेस के साथ भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था, जिसमें ट्रेन की 22 बोगियां पलट गई थीं। 




केंद्रीय जांच एजेंसियों की मदद:

मामले की गंभीरता को देखते हुए अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (IB) को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश के डीजीपी, मुख्य सचिव, कानपुर के डीएम और पुलिस कमिश्नर को भी मामले की जानकारी दी गई है। रेलवे अधिकारियों ने इस साजिश को गंभीर बताते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने का आग्रह किया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ