महिला कांग्रेस करेगी मुख्यमंत्री निवास का घेराव: प्रदेश में बढ़ते बलात्कार के मामलों पर मुख्यमंत्री को घेरेगी महिला कांग्रेस!



छत्तीसगढ़ में बढ़ते महिला अपराध और बलात्कार के मामलों पर महिला कांग्रेस का कड़ा विरोध, 10 सितंबर को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी। 

विश्व मीडिया - आरकेसोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ़

प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और बलात्कार के मामलों पर महिला कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने 5 सितंबर 2024 को एक प्रेस वार्ता में प्रदेश सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन अपराधियों को बचाने में लगे हुए हैं, जिससे महिलाओं में असुरक्षा का माहौल बढ़ता जा रहा है। 


महिला कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में पिछले 9 महीनों में 600 से अधिक बलात्कार के मामले दर्ज हुए हैं, और 3,000 से अधिक महिला अपराधों की घटनाएं सामने आई हैं। इसके बावजूद, सरकार और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। फूलोदेवी नेताम ने कहा कि 10 सितंबर को महिला कांग्रेस मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी, ताकि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर सरकार को कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया जा सके। 


महिलाओं में असुरक्षा और भय का माहौल

फूलोदेवी नेताम ने हाल ही में हुई कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि चाहे वह 4 साल की भिलाई की बच्ची हो या रायपुर में 50 साल की महिला, प्रदेश में हर उम्र की महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने सीतापुर में 3 सितंबर को हुए गैंगरेप की घटना का भी उल्लेख किया, जिसमें एक नाबालिग लड़की को बाजार से लौटते वक्त दरिंदगी का शिकार बनाया गया। 


सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप

महिला कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर बलात्कार जैसे गंभीर मामलों में एफआईआर दर्ज करने में टालमटोल कर रहा है। भिलाई में डीपीएस स्कूल में 4 साल की बच्ची के साथ हुई घटना के मामले में एसपी ने एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया, जबकि डॉक्टरों की रिपोर्ट में साफ तौर पर गंभीर छेड़छाड़ की आशंका जताई गई थी। 


महिला कांग्रेस का आंदोलन

महिला कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि वे महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 10 सितंबर को वे मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे, ताकि प्रदेश की महिलाओं को न्याय दिलाया जा सके।

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