महोबा: डिजिटल तकनीक से होगी रेलवे ट्रैक की सुरक्षा, जीआरपी-आरपीएफ की नई पहल




महोबा में रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए जीआरपी और आरपीएफ डिजिटल तकनीक का उपयोग करेगी, सुरक्षा समिति द्वारा निगरानी शुरू।

महोबा जंक्शन से खजुराहो और वाराणसी रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए जीआरपी और आरपीएफ ने डिजिटल निगरानी की नई पहल शुरू की है। इस सुरक्षा प्रणाली के तहत एक "रेलवे ट्रैक सुरक्षा समिति" बनाई गई है, जो वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से रेलवे ट्रैक पर नजर रखेगी। इस ग्रुप में जीआरपी, आरपीएफ, सिविल पुलिस, और ट्रैक किनारे रहने वाले जागरूक नागरिकों को जोड़ा गया है।

समिति द्वारा रेलवे ट्रैक से जुड़ी सूचनाओं, फोटो और वीडियो की मदद से ट्रैक की सुरक्षा की जाएगी। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत सक्रिय हो जाएगी। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर भी सुरक्षा और जागरूकता अभियान चलाने की योजना है।

निगरानी के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग
रेलवे पुलिस द्वारा गठित वॉट्सऐप ग्रुप में सुरक्षा संबंधित सभी मैसेज पर नज़र रखी जाएगी। इस ग्रुप के जरिए पुलिसकर्मी डिजिटल पेट्रोलिंग करते हुए ट्रैक की स्थिति की नियमित रिपोर्ट देंगे।

जीआरपी और आरपीएफ ने संयुक्त रूप से रेलवे ट्रैक पर रात में फुट पेट्रोलिंग भी की, जिसमें संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ और उनके सामान की तलाशी ली गई। आसपास के लोगों को भी सतर्क रहने और किसी भी आपत्तिजनक वस्तु की सूचना तुरंत देने की अपील की गई है।




रेलवे ट्रैक सुरक्षा समिति की बैठक में उठाए गए कदम
जीआरपी थाना प्रभारी रणविजय बहादुर सिंह ने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार "रेलवे ट्रैक सुरक्षा समिति" बनाकर यह अभियान चलाया जा रहा है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके।

आने वाले समय में इस डिजिटल सुरक्षा पहल से रेलवे ट्रैक की निगरानी और आसान हो जाएगी।

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