क्रूड ऑयल की कीमतें 31% घटीं, लेकिन मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं घटाए। कांग्रेस का आरोप - जनता से मुनाफाखोरी कर रही सरकार।
क्रूड ऑयल के दामों में गिरावट के बावजूद मोदी सरकार ने नहीं घटाए पेट्रोल-डीजल के दाम: कांग्रेस का आरोप मुनाफाखोरी पर केंद्रित
विश्व मीडिया आर.के.सोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ़
रायपुर, 13 सितंबर 2024: क्रूड ऑयल के दामों में भारी कमी के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत न मिलने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बयान जारी कर कहा कि क्रूड ऑयल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में 31 प्रतिशत तक गिर चुकी हैं। जो क्रूड ऑयल 116 डॉलर प्रति बैरल था, वह अब 70 डॉलर प्रति बैरल पर आ चुका है। इसके बावजूद, देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं की गई, और आम जनता को महंगाई का बोझ उठाने पर मजबूर किया जा रहा है।
शुक्ला ने आगे कहा कि मोदी सरकार और पेट्रोलियम कंपनियां मिलकर प्रति लीटर पेट्रोल और डीजल से 30 रुपए से अधिक की कमाई कर रही हैं। पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल से लगभग 32 लाख करोड़ रुपए की कमाई की है, और पिछले 6 महीनों में पेट्रोलियम कंपनियों ने करीब 47,000 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है। इस दौरान, गरीब और मध्यम वर्ग महंगाई की मार झेल रहा है।
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता जनता को राहत देने के बजाय मुनाफाखोरी करना है। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और ट्रेन टिकटों के दाम बढ़ाकर जनता की जेब ढीली करने में कभी पीछे नहीं हटती।"
उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार क्रूड ऑयल की गिरती कीमतों का लाभ जनता को देती तो पेट्रोल-डीजल सस्ता होता, जिससे कृषि और उद्योगों की लागत घटती और जरूरी वस्तुओं की कीमतें भी कम होतीं। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया, जो यह साबित करता है कि वह केवल चंद पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है।
कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार की मुनाफाखोरी की नीतियां देश की गरीब और मध्यम वर्गीय जनता को और अधिक आर्थिक संकट में धकेल रही हैं।
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