नोएडा DM का एक्स हैंडल हैक, राहुल गांधी पर की गई आपत्तिजनक पोस्ट, आरोपी अरेस्ट



नोएडा DM का एक्स हैंडल हैक कर राहुल गांधी पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाला आरोपी बुराड़ी से अरेस्ट, मोबाइल फोन भी बरामद।

नोएडा: नोएडा पुलिस ने डीएम गौतमबुद्ध नगर के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल को हैक करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने इस हैंडल का दुरुपयोग करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट किए थे, जिससे राजनीतिक हलकों में काफी हड़कंप मच गया था। आरोपी की पहचान सोहन सिंह के रूप में की गई है और उसे दिल्ली के बुराड़ी इलाके से पकड़ा गया है।

दो दिन पहले वायरल हुआ था पोस्ट

यह घटना तब सामने आई जब शुक्रवार को डीएम नोएडा के एक्स हैंडल से एक आपत्तिजनक पोस्ट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पोस्ट में राहुल गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी और यह कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत की एक पोस्ट पर रीट्वीट के रूप में किया गया था। सुप्रिया ने प्रसिद्ध इतिहासकार अशोक पांडेय के साथ अपनी बातचीत की एक क्लिप साझा की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि "इतिहास को बदला नहीं जा सकता"। इस पर डीएम नोएडा के हैंडल से विवादित पोस्ट किया गया था।

डीएम का बयान और पुलिस की कार्रवाई

पोस्ट के वायरल होने के बाद डीएम नोएडा को सफाई देनी पड़ी कि उनका एक्स हैंडल हैक कर लिया गया था और उन्होंने तुरंत सेक्टर 20 थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि किसी असामाजिक तत्व ने उनके हैंडल का दुरुपयोग करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट की है। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को बुराड़ी से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से वह मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया, जिससे पोस्ट किया गया था।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

इस घटना पर कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत और पवन खेड़ा समेत विपक्ष के कई नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। सुप्रिया ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोग नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं। वहीं, डीएम नोएडा की सफाई के बाद भी राजनीतिक हलकों में चर्चा जारी है।

आरोपी का कबूलनामा

पुलिस के अनुसार, आरोपी सोहन सिंह ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने डीएम का एक्स हैंडल हैक कर राहुल गांधी के खिलाफ पोस्ट किए थे। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपी ने हैंडल हैक करने की योजना कैसे बनाई और क्या इसके पीछे कोई और व्यक्ति भी शामिल है।

इस मामले से एक बार फिर साइबर सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। अधिकारियों का कहना है कि महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की सुरक्षा और भी सख्त की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

इस घटना ने एक बार फिर साइबर अपराधों की गंभीरता को उजागर किया है। नोएडा पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है, लेकिन यह देखना बाकी है कि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में कैसे रोका जा सकता है।

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