भाजपा मंत्री OP चौधरी का खुलासा: अपनी ही सरकार के विकास कार्यों पर उठाए सवाल, कांग्रेस ने बताया विफलता का प्रमाण



भाजपा मंत्री ओपी चौधरी ने विकास योजनाओं में खर्च की कमी उजागर की। कांग्रेस ने इसे सरकार की अकर्मण्यता और विफलता बताया।


विश्व मीडिया आरकेसोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ़

रायपुर, 14 सितंबर 2024: छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के विकास के दावों पर गंभीर सवाल उठते हुए भाजपा मंत्री ओपी चौधरी ने अपने ही मंत्रिमंडल के सदस्यों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि चौधरी के बयान से साफ हो गया है कि राज्य की भाजपा सरकार विकास योजनाओं और निर्माण कार्यों में बेहद कमजोर साबित हो रही है।

वित्त मंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ के पांच मंत्रियों के 13 विभागों को खर्चे में कमी पर लिखा गया पत्र यह साबित करता है कि भाजपा सरकार के पास विकास के लिए न तो इच्छाशक्ति है और न ही पर्याप्त योजनाएं। कई अहम विभागों जैसे स्वास्थ्य, लोक निर्माण, जल संसाधन, और कृषि विभाग में बजट आवंटन के बावजूद राशि खर्च नहीं हो रही है। इससे न केवल सड़क निर्माण और रखरखाव ठप हो गया है, बल्कि नए पुल, अस्पताल, स्कूल, और अन्य सार्वजनिक भवनों का काम भी पूरी तरह से बंद है।

कांग्रेस का प्रहार: विकास के झूठे दावे

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की बदतर स्थिति के बीच भी सरकार जनहित से जुड़े अहम विभागों में बजट का सही उपयोग नहीं कर पा रही है। यहां तक कि ठेकेदारों के भुगतान भी समय पर नहीं हो रहे हैं, जिससे विकास कार्यों की रफ्तार थम गई है।

फर्जी गारंटी और कुशासन पर पर्दा डालने का आरोप
वर्मा ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार की फर्जी गारंटी और राज्य में भाजपा के कुशासन को छिपाने के लिए सरकार छात्रवृत्ति, खेल, अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण जैसी योजनाओं के पैसे वापस ले रही है और उन्हें अन्य मदों में एडजस्ट कर रही है। सरकारी अस्पतालों में दवाओं और जांच की भारी कमी है, यहां तक कि टीबी जैसी गंभीर बीमारियों के मरीजों को जरूरी सहायता भी नहीं मिल पा रही है। रेडी टू इट योजना बाधित है और तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा योजना भी बंद हो गई है।

भाजपा सरकार के खोखले दावे

वर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार केवल विज्ञापनों के जरिए विकास के खोखले दावे कर रही है, जबकि जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। बेरोजगारी भत्ता बंद है, अनियमित कर्मचारियों के वेतन रोक दिए गए हैं, और ठेकेदारों का भुगतान लंबित है। आयुष्मान योजना के तहत इलाज करने वाले अस्पताल भी फंड की कमी से जूझ रहे हैं।


ओपी चौधरी द्वारा अपनी ही सरकार के विकास के दावों पर उठाए गए सवाल छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के कामकाज पर एक गंभीर प्रश्न चिह्न लगाते हैं। कांग्रेस ने इसे भाजपा के कुशासन का प्रमाण बताते हुए कहा कि सरकार की निष्क्रियता का खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।

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