ऑपरेशन मुस्कान: रायपुर पुलिस ने 2 साल बाद अपहृत बालक को सुरक्षित किया बरामद



ऑपरेशन मुस्कान के तहत मौदहापारा पुलिस ने 2 साल पहले अपहृत 15 वर्षीय बालक को रायपुर से सुरक्षित बरामद किया।

रायपुर। विश्व मीडिया। आर. के. सोनी, वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ़।

ऑपरेशन मुस्कान के तहत मौदहापारा थाना पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। 2 वर्ष पूर्व अपहृत एक 15 वर्षीय बालक को पुलिस ने सुरक्षित बरामद कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री लखन पटले और नगर पुलिस अधीक्षक श्री योगेश साहू के पर्यवेक्षण में, नाबालिग बालक-बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु ऑपरेशन मुस्कान अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के अंतर्गत मौदहापारा पुलिस ने इस नाबालिग बालक को ढूंढ निकाला है।


घटना का विवरण:

यह मामला दिनांक 08 जून 2022 का है, जब बाल आश्रम कचहरी चौक रायपुर के अधीक्षक ने मौदहापारा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि एक 15 वर्षीय बालक बिना किसी सूचना के आश्रम से लापता हो गया है। इस पर धारा सदर के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया और बालक की तलाश शुरू की गई। सभी संभावित प्रयासों के बावजूद, उस समय बालक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई।


आज, दिनांक 09 सितंबर 2024 को, पुलिस पेट्रोलिंग के दौरान जानकारी मिली कि मेकाहारा अस्पताल के आसपास एक नाबालिग बालक अकेले घूम रहा है। मौदहापारा पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और बालक को हिरासत में लिया। बाल आश्रम के स्टाफ की पहचान के बाद यह स्पष्ट हो गया कि यह वही बालक है जो 2 साल पहले आश्रम से गायब हुआ था।


पूछताछ के दौरान बालक ने बताया:

पूछताछ में बालक ने बताया कि आश्रम का माहौल उसे अच्छा नहीं लग रहा था, इसलिए वह आश्रम से भागकर राजनांदगांव चला गया। कुछ दिन वहां बिताने के बाद, वह अपने गृह ग्राम मर्यादपुर, थाना बेलौली, जिला मऊ, उत्तर प्रदेश चला गया, जहां उसके पिता की मृत्यु हो गई। कुछ दिन घर पर रहने के बाद वह रायपुर वापस आ गया।


मौदहापारा पुलिस ने बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर, उसके भविष्य के लिए उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है। इस कार्रवाई के लिए रायपुर पुलिस की चारों ओर प्रशंसा हो रही है।

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