रायपुर में ई-रिक्शा लूटकांड: दो शातिर आरोपी गिरफ्तार, तीसरे की तलाश जारी!




रायपुर में ई-रिक्शा लूटकांड में दो आरोपी गिरफ्तार, तीसरे की तलाश जारी। आरोपियों के कब्जे से लाखों का सामान बरामद।

विश्व मीडिया आरकेसोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ़


रायपुर: शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में हुए ई-रिक्शा लूटकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और सिविल लाइन पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में मोहन यादव (26), निवासी तेलीबांधा और अरुण उर्फ लिंगराज उर्फ आतंक उर्फ जबरन तांडी (30), निवासी अर्जुन नगर शामिल हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से लूटा गया ई-रिक्शा और अन्य सामान बरामद किया है।

लूट का घटनाक्रम:
31 अगस्त 2024 की सुबह, मोह. नौशाद नामक ई-रिक्शा चालक अपने वाहन से घड़ी चौक की ओर जा रहा था। इस दौरान, मोवा इलाके में तीन-चार अज्ञात लड़कों ने राजातालाब जाने के लिए उसकी सेवाएं लीं। जब नौशाद उन्हें रानी सती मंदिर के पास पहुंचा, तो उन्होंने आगे चलने का निर्देश दिया। इंद्रावती कॉलोनी के पास पहुँचने पर, उन्होंने नौशाद को रुकने के लिए कहा और बिना किराया दिए उसे धमकाते हुए मारपीट की। इसके बाद, आरोपियों ने नौशाद से उसका ई-रिक्शा, मोबाइल फोन, और 500 रुपये की नकदी लूट ली।

पुलिस की सक्रियता:
लूट की रिपोर्ट दर्ज होते ही पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए व्यापक कार्रवाई शुरू की। सिविल लाइन थाना और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मुखबिरों को सक्रिय किया। इसी दौरान, एक मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने मोहन यादव को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ के बाद उसने अपने अन्य साथी अरुण उर्फ लिंगराज सहित एक अन्य आरोपी के साथ मिलकर लूट को अंजाम देने की बात कबूल की।

आरोपियों की गिरफ्तारी:
पुलिस ने मोहन यादव और अरुण उर्फ लिंगराज को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लगभग 1 लाख रुपये की कीमत का लूटा गया ई-रिक्शा बरामद किया है। अरुण के खिलाफ पहले से भी सिविल लाइन थाने में मारपीट का मामला दर्ज है। हालांकि, लूटकांड में शामिल एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

पुलिस की टीम:
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक रोहित मालेकर और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के प्रभारी निरीक्षक परेश पांडेय की अहम भूमिका रही। टीम में सउनि. अतुलेश राय, प्र.आर. कृपासिंधु पटेल, महेंद्र राजपूत, प्रमोद वर्ठी, आर. दिलीप जांगड़े, केशव सिन्हा, राजेंद्र तिवारी, प्रमोद बेहरा, और सुरेश देशमुख शामिल थे।

सिविल लाइन में अपराधियों पर नकेल:
इस कार्रवाई से सिविल लाइन क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता का परिचय मिलता है, जिससे अपराधियों में खौफ और आम जनता में सुरक्षा का विश्वास बढ़ा है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है।

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