UP: संपत्ति ब्यौरा न देने पर बिजली विभाग ने रोकी 7572 कर्मचारियों की सैलरी, त्योहार से पहले बड़ा झटका!




यूपी बिजली विभाग ने 7572 कर्मचारियों की सैलरी रोकी। संपत्ति का ब्यौरा न देने पर सख्त कार्रवाई, दीवाली से पहले कर्मचारियों को झटका।

उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। 7,572 कर्मचारियों की सैलरी रोक दी गई है क्योंकि उन्होंने अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया। सरकार की तरफ से पहले ही इस बारे में निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन तय मियाद खत्म होने के बावजूद कई कर्मचारियों ने संपत्ति का ब्यौरा नहीं सौंपा। इस सख्त कार्रवाई से त्योहारों के मौसम में कर्मचारियों को बड़ा झटका लगा है।

सैलरी रोकने का कारण:

पावर कॉर्पोरेशन और विद्युत वितरण निगमों में कार्यरत इन कर्मचारियों को 15 अगस्त तक अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करना था। इसके लिए सरकार ने मियाद बढ़ाई थी, लेकिन फिर भी कर्मचारियों ने निर्देशों का पालन नहीं किया। कॉर्पोरेशन प्रबंधन ने जनवरी में सभी को नोटिफिकेशन जारी किया था और कई बार रिमाइंडर भी भेजे गए थे, बावजूद इसके 7572 अभियंताओं ने समय पर ब्यौरा नहीं दिया।

सख्त कार्रवाई का असर:

सरकार का यह कदम कर्मचारियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है, खासकर त्योहारों के समय में। कई कर्मचारियों का मानना है कि वे संपत्ति का ब्यौरा देने से बच रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति की जांच न शुरू हो जाए। वहीं, विभाग ने साफ कहा है कि जिन कर्मचारियों ने समय पर विवरण नहीं दिया, उनके खिलाफ इसी तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कर्मचारियों पर पड़ रहा दबाव:

इस सख्त कदम ने त्योहारों से पहले कई कर्मचारियों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि बिना सैलरी के त्योहारी सीजन में आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा। हालांकि, कुछ कर्मचारियों ने समय पर अपनी डिटेल जमा कर दी है, लेकिन ज्यादातर कर्मचारी अब भी डरे हुए हैं और जल्द ही विवरण देने की उम्मीद जताई जा रही है।

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