उपचुनाव से पहले योगी सरकार का बड़ा एक्शन, 51 मंत्री जिलों के प्रभारी, CM-डिप्टी CM की भी जिम्मेदारी तय!



यूपी उपचुनाव से पहले योगी सरकार का बड़ा कदम, 51 मंत्रियों को जिला प्रभारी बनाया गया। CM और डिप्टी CM की जिम्मेदारियां भी तय।

विशेष संवाददाता

लखनऊ: यूपी में होने वाले 10 विधानसभा उपचुनाव से पहले योगी सरकार एक्शन मोड में आ गई है। सरकार ने गुरुवार को बड़ा फेरबदल करते हुए 51 मंत्रियों को जिलों का प्रभारी नियुक्त किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद के साथ दोनों उपमुख्यमंत्री को 25-25 जिलों की समीक्षा का जिम्मा सौंपा है। इस दौरान हर चार महीने में रोटेशन के आधार पर जिलों का प्रभार बदला जाएगा।

सरकार की ओर से जारी की गई लिस्ट के अनुसार, मंत्रियों को जिलों की योजनाओं की प्रगति पर नजर रखने के लिए कहा गया है। प्रभारी मंत्री अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर केंद्र और राज्य सरकार की विकास योजनाओं को सही ढंग से लागू करने की जिम्मेदारी निभाएंगे।

गुरुवार शाम को सीएम योगी ने सभी मंत्रियों के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे, लेकिन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की गैरमौजूदगी एक बार फिर चर्चा का विषय बनी रही।

मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश:

हर प्रभारी मंत्री को हर महीने अपने जिलों में कम से कम एक बार 24 घंटे रुकने का निर्देश दिया गया है।

शासन से जुड़े मुद्दों की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय में पेश करनी होगी।

कानून व्यवस्था, राजस्व विवादों और जनशिकायतों का मेरिट के आधार पर निस्तारण अनिवार्य किया गया है।

सरकारी योजनाओं का भौतिक सत्यापन करते हुए, योजनाओं के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की जानी चाहिए।

निरीक्षण के दौरान गोवंश आश्रय स्थल, कृषि विज्ञान केंद्र और स्कूल-कॉलेजों का निरीक्षण भी अपेक्षित है।


उल्लेखनीय है कि उपचुनावों के मद्देनजर मंत्रियों को जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है, ताकि सरकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके और जनता तक उनकी पहुंच सुनिश्चित की जा सके।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ