बहराइच एनकाउंटर: रामगोपाल की पत्नी ने फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया, पुलिस पर उठाए गंभीर सवाल!





रामगोपाल की पत्नी रोली मिश्रा ने बहराइच एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। जानिए पूरा मामला और आरोपों की सच्चाई।

बहराइच में हुई हिंसा और रामगोपाल मिश्रा की हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपियों की यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में घायल होने की खबर सामने आई है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालीम को नेपाल बॉर्डर पर घेरकर मुठभेड़ में पैर में गोली मारी गई। लेकिन इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मृतक रामगोपाल की पत्नी रोली मिश्रा ने इस मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

मुठभेड़ की पूरी कहानी

घटना गुरुवार की है, जब यूपी एसटीएफ ने नेपाल बॉर्डर पर भागने की कोशिश कर रहे हिंसा के आरोपियों को घेर लिया। आरोपियों में मोहम्मद सरफराज, जिसने रामगोपाल की गोली मारकर हत्या की थी, प्रमुख था। पुलिस के मुताबिक, इन लोगों ने आत्मसमर्पण करने के बजाय फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए सरफराज और तालीम के पैरों में गोली मारी। दोनों घायल हो गए और उन्हें बहराइच जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों का कहना है कि दोनों की हालत स्थिर है और कोई जान का खतरा नहीं है।

रोली मिश्रा का गंभीर आरोप

लेकिन इस मुठभेड़ पर रामगोपाल मिश्रा की पत्नी रोली मिश्रा ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने केवल दिखाने के लिए आरोपियों के पैर में गोली मारी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन ने घूस लेकर यह फर्जी एनकाउंटर किया है। रोली का कहना है कि पुलिस न्याय नहीं कर रही और आरोपियों को जानबूझकर मारा नहीं गया, बल्कि केवल घायल किया गया है ताकि मामले को रफा-दफा किया जा सके।

रोली मिश्रा ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा, "हम इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस ने हमारे साथ न्याय नहीं किया और घूस लेकर फर्जी एनकाउंटर किया।" उनके मुताबिक, उन्हें तभी संतोष मिलेगा जब आरोपियों को कड़ी सजा दी जाएगी। उनका कहना है कि पुलिस-प्रशासन ने आरोपियों को सिर्फ बचाने के लिए यह दिखावटी मुठभेड़ की है।

सीएम योगी से मुलाकात के बाद भी न्याय की गुहार

यह मामला और तब गंभीर हो गया जब रामगोपाल के परिवार ने घटना के दो दिन बाद लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। सीएम से मुलाकात के दौरान परिवार ने हिंसा के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। रोली मिश्रा ने कहा था, "हमें खून का बदला खून से चाहिए। तभी हमें संतोष मिलेगा।"

हालांकि, आज हुए एनकाउंटर से रामगोपाल का परिवार संतुष्ट नहीं है और इसे फर्जी करार दे रहा है। उनका आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की और घूस लेकर उन्हें सिर्फ पैर में गोली मारकर मामले को हल्का करने की कोशिश की गई है।

राजनीति ने पकड़ा जोर

इस मुठभेड़ के बाद राजनीति भी गर्मा गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एनकाउंटर के जरिए सरकार अपनी नाकामी छुपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, "अगर एनकाउंटर से कानून-व्यवस्था ठीक होती तो उत्तर प्रदेश में सबसे बेहतरीन लॉ एंड ऑर्डर होता। यह योगी सरकार का नया तरीका है, नफरत को बढ़ावा देने का।"

सरफराज की बहन ने भी जताया एनकाउंटर का शक

इस एनकाउंटर से पहले सरफराज की बहन रुखसार ने भी शक जाहिर किया था कि पुलिस उनके परिवार के सदस्यों का एनकाउंटर कर सकती है। उन्होंने कहा था कि बुधवार शाम से उनके पिता अब्दुल हमीद, भाई सरफराज, मोहम्मद फहीन और एक अन्य युवक को पुलिस ने उठा लिया था और उनका कोई पता नहीं चल रहा था। रुखसार का कहना था कि पुलिस ने उनके पति और देवर को पहले ही उठा लिया था और उन्हें डर था कि उनका एनकाउंटर किया जा सकता है।




बहराइच हिंसा मामले में पुलिस की कार्रवाई और एनकाउंटर पर उठे सवालों ने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है। जहां एक तरफ पुलिस ने मुठभेड़ को सही ठहराया है, वहीं रामगोपाल का परिवार इसे फर्जी करार दे रहा है। इस मामले में जांच के बाद ही सच्चाई का पता चल सकेगा, लेकिन अभी तक परिवार का दर्द और आरोपों की गूंज साफ सुनाई दे रही है।

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