बहराइच हिंसा: मारे गए युवक के परिवार से मिले CM योगी, 10 लाख की आर्थिक सहायता और घर का किया ऐलान!



बहराइच हिंसा में मारे गए युवक के परिवार से CM योगी की मुलाकात, 10 लाख की आर्थिक सहायता और घर का ऐलान। कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में।

बहराइच में हाल ही में हुई हिंसा ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। इस हिंसक घटना में एक युवक की मौत ने लोगों के दिलों में गहरा आक्रोश भर दिया। तीन दिन से इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं और स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है। इस बीच, आज लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच हिंसा में मारे गए युवक के परिवार से मुलाकात की।

मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान:
मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है, साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर भी प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बहराइच के विधायक भी साथ:
मुख्यमंत्री के साथ इस मुलाकात में बहराइच के विधायक सुरेश्वर सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और हिंसा फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वह इस मामले की गहराई से जांच करें और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें।

घटना के बाद बहराइच में तनावपूर्ण माहौल:
घटना के बाद से बहराइच में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे हैं। इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बंद हैं ताकि अफवाहें न फैल सकें। सुरक्षा के लिए छह कंपनियां पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी) की तैनाती की गई है, इसके साथ ही एक कंपनी आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) भी मुस्तैद है। चार आईपीएस रैंक के अफसर भी मौके पर हैं और पुलिस हर स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है।

डीजीपी ने की शांति की अपील:
पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने स्थिति पर बयान देते हुए कहा कि फिलहाल बहराइच में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। उन्होंने यह भी बताया कि हिंसा में शामिल 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। अज्ञात उपद्रवियों की पहचान के लिए छानबीन जारी है। डीजीपी ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और सोशल मीडिया पर फैल रही गलत जानकारियों पर ध्यान न दें।

विपक्ष का आरोप:
विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार पर तीखे हमले किए हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और बेकसूर लोग मारे जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा है और हिंसा के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि आम जनता सुरक्षित नहीं है।

जनता में आक्रोश, अफवाहों पर कड़ी निगरानी:
बहराइच के स्थानीय लोगों में इस हिंसा को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। लोग प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई तरह की अफवाहें भी फैल रही हैं, जिन पर पुलिस सख्त निगरानी रख रही है। अफवाहों पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।

सख्त कदम उठाएगी सरकार:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कर दिया है कि उनकी सरकार इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी। दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए सरकार सभी जरूरी कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता अडिग है और बहराइच हिंसा में शामिल लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय:
बहराइच के जिलाधिकारी और एसएसपी लगातार घटनास्थल का दौरा कर रहे हैं और प्रभावित इलाकों में स्थिति का जायजा ले रहे हैं। सुरक्षा बलों को हरसंभव सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी स्थिति में दोबारा हिंसा न भड़क सके। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में गश्त बढ़ा दी है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।

लोगों की मांग:
घटना के बाद से ही बहराइच के लोगों में नाराजगी है। कई लोग सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार को न्याय मिले। कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरने पर बैठने को मजबूर होंगे।

राजनीतिक पार्टियों की प्रतिक्रिया:
बहराइच हिंसा पर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी जोरों पर है। जहां एक तरफ विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है, वहीं सत्ताधारी भाजपा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा नेताओं ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे इस घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं और प्रदेश में अस्थिरता फैलाना चाहते हैं।

बहराइच हिंसा ने न केवल एक परिवार को तबाह किया है, बल्कि पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पीड़ित परिवार को दी गई आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाओं की घोषणा ने परिवार को कुछ राहत जरूर दी है, लेकिन लोगों की नजर अब दोषियों पर होने वाली कार्रवाई पर है।

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