बहराइच हिंसा: चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात, कई जिलों में हाई अलर्ट; सीएम योगी से मिलेगा मृतक का परिवार




बहराइच हिंसा के बाद कई जिलों में हाईअलर्ट, 10 पर FIR और 30 हिरासत में। सीएम योगी मृतक के परिवार से मिलेंगे, हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

बहराइच हिंसा के बाद कई जिलों में हाईअलर्ट, स्थिति काबू में, सीएम योगी करेंगे मृतक के परिवार से मुलाकात

बहराइच में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद प्रदेश के कई जिलों में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और शांति स्थापित हो गई है। हिंसा में शामिल 4 नामजद लोगों सहित 10 उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 125 किलोमीटर दूर स्थित बहराइच में रविवार को दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है। स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मृतक के परिवार से मुलाकात करेंगे। इस हिंसा के बाद आसपास के जिलों को हाईअलर्ट पर रखा गया है और हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।



हिंसा की शुरुआत कैसे हुई?

रविवार को बहराइच जिले की महसी तहसील के कस्बा महाराजगंज में दुर्गा पूजा विसर्जन यात्रा निकाली गई थी। शाम करीब 5 बजे जब यह शोभायात्रा डीजे के साथ दूसरे समुदाय के इलाके में पहुंची, तब दोनों गुटों के बीच विवाद शुरू हो गया। शोभायात्रा में शामिल लोगों का आरोप था कि दूसरे पक्ष ने आकर डीजे को बंद करवा दिया और गाली-गलौज की। वहीं, दूसरे पक्ष का आरोप था कि यात्रा में आपत्तिजनक और उकसाने वाले गाने बजाए जा रहे थे। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पथराव और फायरिंग शुरू हो गई, जिसमें एक युवक, रामगोपाल मिश्रा, की गोली लगने से मौत हो गई।

वायरल वीडियो से बढ़ा तनाव

इस घटना के बाद एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मृतक युवक रामगोपाल को एक मकान की छत पर चढ़कर धार्मिक झंडा उखाड़ते हुए देखा गया। नीचे खड़ी भीड़ उसे उकसाने के लिए धार्मिक नारे लगा रही थी। इसके बाद दूसरे समुदाय के लोगों ने रामगोपाल को खींच लिया और उसकी हत्या कर दी। इस वीडियो के फैलने से दोनों समुदायों के बीच तनाव और बढ़ गया।




मुख्यमंत्री योगी ने लिया संज्ञान

घटना के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया, लेकिन हालात बिगड़ते चले गए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तत्काल घटना का संज्ञान लिया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। मृतक रामगोपाल मिश्रा के शव का आधी रात में पोस्टमार्टम कराकर उनके परिवार को सौंप दिया गया। लेकिन सोमवार सुबह मृतक के परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।

भीड़ ने किया हमला, आगजनी और तोड़फोड़

सोमवार को मृतक के गांव में हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। यह भीड़ रामगोपाल के शव को लेकर महसी तहसील की ओर बढ़ी और थोड़ी ही देर में हिंसक हो गई। भीड़ ने महाराजगंज में दूसरे समुदाय के घरों और दुकानों पर हमला बोल दिया। आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं, जिसमें बाइक शोरूम, अस्पताल सहित कई जगहों को निशाना बनाया गया। इस हिंसा के दौरान स्थानीय पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना रहा, जबकि हालात बेकाबू होते चले गए।

प्रशासन की कार्रवाई और हालात पर काबू

जैसे ही हिंसा की स्थिति नियंत्रण से बाहर होती दिखी, जिले के डीएम, एसपी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। एडीजी लॉ और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने खुद मोर्चा संभाला और पिस्टल लेकर हिंसक भीड़ को तितर-बितर किया। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और इलाके का इंटरनेट बंद कर दिया गया।

अफवाहों पर पुलिस की सख्ती

प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और कड़ी नजर बनाए रखी। जिन लोगों ने हिंसा में भाग लिया था, उनकी पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की जा रही है। बहराइच की महसी तहसील के मंसूर गांव में हुई इस हिंसा के सिलसिले में 10 नामजद और 24 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

आगे की राह और शांति की अपील

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मृतक युवक के परिवार से मिलकर उन्हें न्याय का भरोसा देंगे और साथ ही प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया जाएगा। अब प्रशासनिक अधिकारियों की अपील है कि लोग शांति बनाए रखें और एक-दूसरे के प्रति सद्भाव से रहें, ताकि फिर से इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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