16 साल से बाल खा रही युवती के पेट से निकला गुच्छा, 5 सालों तक दर्द झेलने के बाद हुआ चौंकाने वाला ऑपरेशन!




बरेली की युवती 16 साल से अपने सिर के बाल खा रही थी, 5 सालों से पेट दर्द के बाद ऑपरेशन से बालों का गुच्छा निकाला गया।


उत्तर प्रदेश के बरेली से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को हिला कर रख दिया है। एक 31 वर्षीय युवती पिछले 16 सालों से अपने सिर के बाल खा रही थी। यह सुनकर किसी के भी होश उड़ सकते हैं, लेकिन सच यही है। युवती बाल खाने की ऐसी आदत से पीड़ित थी, जिसके कारण उसके पेट में 5 सालों से भयानक दर्द हो रहा था। आखिरकार, डॉक्टरों ने उसके पेट से बालों का गुच्छा ऑपरेशन के जरिए निकाला, जो कि हर किसी के लिए आश्चर्यजनक था।

5 सालों से झेल रही थी दर्द

सुभाषनगर कैरगना की रहने वाली यह युवती पिछले पांच सालों से पेट दर्द की समस्या से जूझ रही थी। दर्द इतना असहनीय हो गया था कि घरवाले उसे कई प्राइवेट अस्पतालों में लेकर गए, लेकिन कहीं भी उसे कोई राहत नहीं मिली। डॉक्टरों ने तमाम जांचें कीं, परंतु बाल खाने जैसी अनोखी समस्या का पता नहीं चल सका। घरवाले आखिरकार जिला अस्पताल पहुंचे, जहां सिटी स्कैन और अन्य परीक्षणों के बाद डॉक्टरों ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि युवती के पेट में बालों का गुच्छा जमा हो चुका था।

डॉक्टरों ने बालों के गुच्छे को ऑपरेशन के जरिए निकाला

डॉक्टरों ने युवती के पेट का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया और ऑपरेशन के दौरान पाया कि उसके पेट में बालों का एक बड़ा गुच्छा जमा हो चुका था। डॉक्टरों के मुताबिक, यह केस बेहद दुर्लभ था और जिला अस्पताल के 25 सालों के इतिहास में ऐसा मामला पहली बार सामने आया था। डॉक्टर अलका शर्मा, जो इस ऑपरेशन का हिस्सा थीं, ने बताया कि यह एक जटिल ऑपरेशन था, क्योंकि बालों का गुच्छा काफी बड़ा हो चुका था और उसे निकालना जरूरी था।

मानसिक बीमारी 'ट्राईकोलोटो मेनिया' से पीड़ित थी युवती

यह सुनकर हर किसी के मन में सवाल उठता है कि कोई अपने ही बाल कैसे खा सकता है। दरअसल, इस युवती को मानसिक बीमारी 'ट्राईकोलोटो मेनिया' थी, जो एक दुर्लभ स्थिति है। इस बीमारी के कारण व्यक्ति को अपने ही बाल उखाड़कर खाने की आदत लग जाती है। ऐसे मामलों में अक्सर मरीज को पता ही नहीं चलता कि वह कब से और कितने बाल खा रहा है। बाल खाने के कारण, बाल उसके पेट में जमा होते गए और धीरे-धीरे एक गुच्छे का रूप ले लिया, जिससे पेट में दर्द होना शुरू हो गया।

बाल खाने की आदत ने किया शरीर को नुकसान

युवती के केस में, उसके शरीर को काफी नुकसान हुआ। बालों का गुच्छा अमाशय में इतना बड़ा हो गया था कि उसने आंतों पर दबाव डालना शुरू कर दिया था, जिससे पाचन तंत्र भी प्रभावित हुआ। युवती के पेट में बालों का गुच्छा धीरे-धीरे इतना बड़ा हो गया कि उसके पेट में अन्य चीजों के लिए जगह ही नहीं बची, जिससे उसे बार-बार उल्टियां और पेट दर्द की समस्या होती रही। इस समस्या को समझना आसान नहीं था, और इसके लिए विशेष चिकित्सा की आवश्यकता थी।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ऑपरेशन

युवती के इस ऑपरेशन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जब लोगों ने इस वीडियो को देखा तो हर कोई स्तब्ध रह गया। यह मामला आम नहीं था, और इसलिए इसने तेजी से ध्यान आकर्षित किया। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोग इस मामले पर अपनी राय दे रहे हैं। किसी ने इसे एक दुर्लभ केस कहा, तो किसी ने इसे मानव जीवन की विचित्रताओं में से एक बताया।

डॉक्टरों की सलाह: ट्राईकोलोटो मेनिया के प्रति जागरूक रहें

डॉक्टरों का मानना है कि इस तरह की मानसिक बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति को बाल खींचने या खाने की आदत है, तो उसे तुरंत मानसिक चिकित्सा की जरूरत हो सकती है। इस प्रकार की आदतें न केवल मानसिक रूप से बल्कि शारीरिक रूप से भी हानिकारक होती हैं। डॉक्टरों ने युवती के परिवार को सलाह दी कि वे उसे नियमित मानसिक उपचार दिलाएं ताकि भविष्य में वह फिर से ऐसी स्थिति का सामना न करे।

बाल खाने से होने वाले स्वास्थ्य जोखिम

बाल खाने से शरीर में कई तरह की जटिलताएं हो सकती हैं। बाल न पचने वाली सामग्री हैं और अगर यह पेट में जमा होते रहें तो यह आंतों को ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे गंभीर पाचन समस्याएं हो सकती हैं। इस केस में, युवती को समय रहते ऑपरेशन से राहत मिल गई, लेकिन अगर इस समस्या को अनदेखा किया जाता तो यह उसकी जान के लिए खतरा भी बन सकता था। इसलिए, डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की स्थिति में तुरंत चिकित्सा मदद लेना बेहद जरूरी है।

ट्राईकोलोटो मेनिया: समझें बीमारी के लक्षण

ट्राईकोलोटो मेनिया एक गंभीर मानसिक विकार है जिसमें व्यक्ति को अपने ही बाल उखाड़ने और खाने की आदत होती है। इसके लक्षणों में अत्यधिक तनाव, चिंता, बालों को खींचने की आदत, और सिर पर गंजेपन के धब्बे शामिल हैं। इस बीमारी का इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए समय रहते चिकित्सा मदद लेना जरूरी है। अगर इस बीमारी को नजरअंदाज किया जाता है, तो यह न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा सकती है।


इस चौंकाने वाले मामले ने यह साबित कर दिया कि शरीर की अनदेखी की गई समस्याएं गंभीर रूप ले सकती हैं। युवती का ऑपरेशन सफल रहा और अब वह स्वस्थ है, लेकिन यह घटना हमें याद दिलाती है कि कभी-कभी छोटी-छोटी आदतें भी बड़े नुकसान का कारण बन सकती हैं। इसलिए, समय पर चिकित्सा परामर्श लेना और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को अनदेखा न करना बेहद जरूरी है।

बाल खाने की इस अजीबोगरीब आदत ने पूरे देश का ध्यान खींचा है और उम्मीद है कि इस केस से लोग ट्राईकोलोटो मेनिया जैसी मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूक होंगे।

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