जौनपुर में बीडीसी सदस्य के बेटे की हत्या से मचा बवाल, पुलिस पर बरसे पत्थर, हालात बेकाबू!



जौनपुर में बीडीसी सदस्य के बेटे की हत्या के बाद बवाल, पुलिस पर पत्थरबाजी, इलाके में तनाव। कई पुलिसकर्मी घायल, हालात काबू में।

जौनपुर में बीडीसी सदस्य के बेटे की हत्या से उपजा बवाल: पुलिस पर बरसे पत्थर, इलाके में दहशत

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट

जौनपुर, उत्तर प्रदेश: जौनपुर के बरसठी थाना क्षेत्र के जमुनीपुर (मंगरमु) गांव में बीडीसी सदस्य शंकर यादव के बेटे विवेक यादव की हत्या के बाद पूरे इलाके में बवाल मच गया है। जब बुधवार रात को विवेक का शव गांव पहुंचा, तो गांव में मातम का माहौल अचानक हिंसक हो गया। तनावग्रस्त स्थिति में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी हुई। कई पुलिसकर्मी इस हमले में घायल हो गए, जिनमें एसपी आरए, सीओ मड़ियाहूं और कई अन्य अधिकारी शामिल हैं।

हत्या के बाद गांव में कोहराम

विवेक यादव (27), जो बीडीसी सदस्य शंकर यादव का पुत्र था, की चार दिन पहले हुए एक विवाद के बाद हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने विवेक का अपहरण कर उसे मार डाला और उसकी लाश को सुरियांवा थाना क्षेत्र के बीरमपुर ठकुराइन तारा के पास झाड़ियों में फेंक दिया। विवेक की हत्या ने पूरे गांव में उथल-पुथल मचा दी। रविवार को हुए इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच गुस्से को भड़का दिया, जो तब और बढ़ गया जब बुधवार रात शव गांव पहुंचा।

पुलिस और ग्रामीणों के बीच तनाव

जब विवेक का शव गांव पहुंचा, तो उसके परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। उनकी मांग थी कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। जैसे ही इस स्थिति की जानकारी पुलिस को हुई, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। सीओ मड़ियाहूं, सीओ मछलीशहर और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीण शांत नहीं हुए। रातभर की पंचायत और पुलिस की समझाइश भी बेअसर रही।

गुरुवार सुबह स्थिति और बिगड़ गई, जब गांववालों और पुलिस के बीच बातचीत के दौरान अचानक एक पत्थर पुलिस बल की ओर फेंका गया। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर बड़े-बड़े पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। पत्थर इस तरह से फेंके जा रहे थे जैसे आसमान से ओले गिर रहे हों। इस हिंसक झड़प में एसपी आरए और सीओ मड़ियाहूं समेत आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस की गाड़ियों के शीशे टूट गए और मीरगंज थाने की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया गया।

हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस का एक्शन

हालात बिगड़ते देख, पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बावजूद स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया और गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। किसी बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। इसके अलावा, स्थानीय बाजार को बंद कर दिया गया और लोग अपने घरों में कैद हो गए। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया और अब तक 5 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।

हत्या का कारण और पृष्ठभूमि

विवेक यादव की हत्या एक आपसी विवाद का परिणाम थी। तीन महीने पहले, गहिली कठरवा गांव के राजू यादव उर्फ बल्ली के साथ विवेक का मामूली विवाद हुआ था। इस विवाद ने गंभीर रूप ले लिया जब रविवार शाम को विवेक अपने दोस्त मोहन के साथ जमुनीपुर गेट के पास खड़ा था। राजू यादव वहां पहुंचा और अपने उधार के पैसे मांगने लगा, जिससे दोनों के बीच गाली-गलौज शुरू हो गई। इसके बाद राजू ने अपने साथियों को बुलाकर विवेक को मारपीट कर अपने साथ ले गया। तीन दिन बाद, विवेक की लाश झाड़ियों में पाई गई।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

जौनपुर के एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने स्थिति को नियंत्रण में बताया और कहा कि विवेक का शव अंतिम संस्कार के लिए श्मशान भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि 5 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है। फिलहाल इलाके में तनावपूर्ण शांति है, लेकिन पुलिस पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती

विवेक यादव की हत्या ने जौनपुर में कानून-व्यवस्था के हालात पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग जहां न्याय की मांग कर रहे हैं, वहीं पुलिस पर पत्थरबाजी और हिंसा ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। जौनपुर प्रशासन के लिए यह घटना एक बड़ी चुनौती है, खासकर तब जब क्षेत्र में पहले से ही तनाव का माहौल है। पुलिस द्वारा की जा रही त्वरित कार्रवाई और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी ही इस स्थिति को सामान्य कर सकती है।

इस मामले में प्रशासन की तत्परता और सख्त रुख ही इलाके में शांति बहाल करने में मददगार साबित होगी।

आगे की राह

स्थानीय प्रशासन ने इलाके को सील कर दिया है और सभी संदिग्धों की तलाश में जुटा हुआ है। इस घटना ने स्थानीय लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है, लेकिन पुलिस का कहना है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।

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