सांसद बृजमोहन ने जेएनएम मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट एजुकेशन प्रोग्राम 2024 का शुभारंभ किया, रेडियोलॉजी के महत्व पर जोर।
विश्व मीडिया आरकेसोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ
रायपुर, 05 अक्टूबर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पंडित जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल (जेएनएम) मेडिकल कॉलेज में 2 दिवसीय रेजिडेंट एजुकेशन प्रोग्राम 2024 का भव्य शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा किया गया, जिन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत की। इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर के सैकड़ों डॉक्टर्स ने भाग लिया, जो रेडियोलॉजी और इमेजिंग के क्षेत्र में नवीनतम जानकारियों और तकनीकों को सीखने के लिए आए हैं।
रेडियोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका
शुभारंभ करते हुए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रेडियोलॉजी के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी बीमारी का सही उपचार उसके सही डायग्नोसिस पर निर्भर करता है, और इसमें रेडियोलॉजी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "रेडियोलॉजी एक ऐसा विज्ञान है जो डॉक्टरों को शरीर के अंदर की विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जो सामान्य परीक्षणों से नहीं देखी जा सकती। यह डॉक्टरों को मरीज की बीमारी की सही स्थिति समझने और प्रभावी इलाज तय करने में मदद करता है।"
डॉक्टरों की भूमिका भगवान के बाद सबसे अहम
सांसद अग्रवाल ने डॉक्टरों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि भगवान के बाद यदि किसी की जिंदगी बचाने की जिम्मेदारी होती है, तो वह डॉक्टरों की होती है। उन्होंने कहा, "डॉक्टरों का यह कर्तव्य है कि वे मरीजों का इलाज पूरी ईमानदारी और मानवता के साथ करें। विशेष रूप से जेएनएम मेडिकल कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में गरीब और जरूरतमंद लोग अपने इलाज की उम्मीद से आते हैं। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को चाहिए कि वे इस संस्थान को देश के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों में शामिल करने के लिए ईमानदारी से काम करें।"
जेएनएम मेडिकल कॉलेज: छत्तीसगढ़ का प्रमुख चिकित्सा संस्थान
जेएनएम मेडिकल कॉलेज छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और प्रमुख चिकित्सा संस्थान है, जहां दूर-दराज से लोग अपने इलाज के लिए आते हैं। सांसद अग्रवाल ने कहा कि इस संस्थान ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम से नए डॉक्टरों को रेडियोलॉजी और इमेजिंग के क्षेत्र में नई तकनीकों को समझने और उनके प्रभावी उपयोग में मदद मिलेगी, जिससे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
आयोजन का महत्व
रेजिडेंट एजुकेशन प्रोग्राम 2024 में भाग ले रहे डॉक्टर्स ने इस आयोजन को अपने पेशेवर करियर में एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें रेडियोलॉजी और इमेजिंग की नई-नई तकनीकों की जानकारी मिली और वे अपने अनुभवों को साझा कर रहे हैं। इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की थीं, जिसमें देशभर के प्रतिष्ठित चिकित्सक और विशेषज्ञ शामिल थे।
भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयारियां
सांसद अग्रवाल ने अपने संबोधन में इस बात पर भी जोर दिया कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को नए उपकरणों और तकनीकों का ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेडियोलॉजी जैसे क्षेत्र में लगातार प्रगति हो रही है, और इसका सही उपयोग करके हम मरीजों को बेहतर इलाज प्रदान कर सकते हैं।
रेजिडेंट एजुकेशन प्रोग्राम 2024 का यह आयोजन डॉक्टरों को इन नई तकनीकों से अवगत कराता है और उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करता है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य बिंदु
कार्यक्रम में देशभर से सैकड़ों डॉक्टर्स और विशेषज्ञों ने भाग लिया।
रेडियोलॉजी की नवीनतम तकनीकों और उसके प्रभावी उपयोग पर चर्चा की गई।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉक्टरों की भूमिका और रेडियोलॉजी के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम से डॉक्टरों को अपने क्षेत्र में नवीनतम जानकारियों का अनुभव मिला, जिससे वे बेहतर डायग्नोसिस और इलाज करने में सक्षम होंगे।
कार्यक्रम के समापन पर आयोजकों और डॉक्टर्स ने सांसद बृजमोहन अग्रवाल का धन्यवाद किया और उनके मार्गदर्शन की सराहना की। इस तरह के आयोजन से स्वास्थ्य क्षेत्र में और सुधार की उम्मीद जताई गई। डॉक्टरों का कहना था कि इस कार्यक्रम ने उन्हें नए दृष्टिकोण दिए हैं, जिनका उपयोग वे अपने मरीजों के बेहतर इलाज के लिए करेंगे। यह आयोजन छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
0 टिप्पणियाँ