छत्तीसगढ़ में साईबर जन जागरूकता अभियान का आगाज: रायपुर पुलिस की पहल से 2000 से अधिक लोग जागरूक, चौक-चौराहों पर डिजिटल होर्डिंग्स




रायपुर पुलिस का साईबर जन जागरूकता अभियान शुरू, 2000 से अधिक लोग जागरूक। साइबर अपराध से बचाव के लिए डिजिटल होर्डिंग्स और पाम्पलेट्स का सहारा।

विश्व मीडिया आरकेसोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ


साईबर जन जागरूकता अभियान की शुरुआत

छत्तीसगढ़ में साईबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए रायपुर पुलिस ने 5 अक्टूबर 2024 से 19 अक्टूबर 2024 तक चलने वाले राज्य व्यापी साईबर जन जागरूकता पखवाड़ा अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य आम जनता, विशेषकर छात्र-छात्राओं, को साईबर अपराधों के प्रति जागरूक करना है। इस पहल के तहत स्कूल, कॉलेज, चौक-चौराहों, और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर डिजिटल होर्डिंग्स लगाकर लोगों को साइबर सुरक्षा के विषय में जानकारी दी जा रही है।

अपराध से बचाव की जानकारी के साथ ही पाम्पलेट्स भी वितरित किए जा रहे हैं, जिनमें साईबर अपराधों से बचने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं। यह जागरूकता अभियान रायपुर पुलिस के विभिन्न विभागों द्वारा सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है, जिसमें एंटी क्राइम एंड साईबर यूनिट की सक्रिय भूमिका है।

साईबर अपराधों से बचने के उपाय बताए गए

रायपुर पुलिस द्वारा विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान के तहत साईबर अपराधों से निपटने के उपाय बताए जा रहे हैं। इसमें प्रमुख रूप से यह सिखाया जा रहा है कि कैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, फिशिंग, और साईबर अपराधों से बचा जा सकता है। लोगों को उनके मोबाइल फोन, सोशल मीडिया, और इंटरनेट बैंकिंग जैसी सुविधाओं का सही तरीके से उपयोग करने के बारे में जानकारी दी जा रही है।

विशेषकर युवाओं और विद्यार्थियों को साईबर अपराधों के बारे में जागरूक करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं को इस अभियान का मुख्य लक्ष्य माना गया है ताकि वे इंटरनेट के सुरक्षित इस्तेमाल को बेहतर तरीके से समझ सकें।

एनजीओ के साथ समन्वय से आयोजित कार्यक्रम

रायपुर पुलिस ने साईबर जागरूकता अभियान में स्थानीय एनजीओ हेल्पिंग हैंड केयर फाउंडेशन के साथ मिलकर साईबर अपराध के खिलाफ जन जागरूकता का संदेश फैलाया। 5 अक्टूबर 2024 को समता कॉलोनी स्थित गोदावरी सेवा सदन गर्ल्स हॉस्टल में इस अभियान की एक कड़ी के रूप में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर एंटी क्राइम एंड साईबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक श्री परेश पाण्डेय और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने साइबर अपराधों के विभिन्न पहलुओं और उनसे बचने के तरीकों के बारे में छात्राओं को विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान लगभग 150-200 छात्राओं को प्रशिक्षित किया गया और उन्हें भविष्य में सुरक्षित डिजिटल जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

स्कूलों और चौक-चौराहों पर डिजिटल होर्डिंग्स और पाम्पलेट्स से जानकारी प्रसारित

रायपुर के विभिन्न प्रमुख चौक और सार्वजनिक स्थलों पर डिजिटल होर्डिंग्स लगाए गए हैं, जिनमें साईबर सुरक्षा के टिप्स और साईबर अपराधों से बचने के उपाय प्रदर्शित किए जा रहे हैं। देवेन्द्र नगर चौक, आमानाका चौक, और गौरव पथ जैसे व्यस्त स्थानों पर इन डिजिटल होर्डिंग्स का विशेष तौर पर प्रचार किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोगों तक यह जानकारी पहुंच सके।

साथ ही, पाम्पलेट्स का वितरण किया जा रहा है, जिनमें साईबर अपराधों से बचने के लिए उपयोगी सुझाव दिए गए हैं। इन पाम्पलेट्स को लोगों तक पहुंचाने का कार्य पुलिस और एनजीओ के स्वयंसेवक कर रहे हैं, जो व्यक्तिगत रूप से हर व्यक्ति को जागरूक कर रहे हैं।

2000 से अधिक लोगों को किया गया जागरूक

रायपुर पुलिस की इस पहल के तहत अब तक 2000 से अधिक लोगों को साईबर अपराधों के प्रति जागरूक किया जा चुका है। पुलिस ने विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में जाकर छात्र-छात्राओं को साइबर सुरक्षा की जानकारी दी है।

रायपुर के खम्हारडीह, कबीर नगर, अभनपुर, आरंग, और टिकरापारा के स्कूलों में विशेष रूप से इस अभियान का आयोजन किया गया है, जहां विद्यार्थियों और शिक्षकों को साइबर अपराधों से बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही, विभिन्न स्थानों पर होर्डिंग्स और पोस्टर के माध्यम से आम जनता को जागरूक किया जा रहा है।

रात्रि में भी अभियान का विस्तार

रायपुर पुलिस ने इस अभियान को रात्रि के समय भी बढ़ाने का निर्णय लिया है। मॉल, रास गरबा आयोजन स्थलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी यह अभियान चलाया जाएगा ताकि हर वर्ग और आयु के लोग साईबर अपराधों से सुरक्षित रह सकें। रात्रि में लोगों की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए इस अभियान का विस्तार उन जगहों पर किया गया है, जहां अधिक जनसमूह मौजूद होता है।

यह पहल रायपुर पुलिस के प्रयासों को और भी मजबूत बनाएगी और साइबर अपराधों के खिलाफ एक सशक्त सुरक्षा कवच प्रदान करेगी।


साईबर जागरूकता के इस अभियान से छत्तीसगढ़ के नागरिकों में साईबर अपराधों के प्रति चेतना जागृत करने का प्रयास किया जा रहा है। रायपुर पुलिस द्वारा की गई यह पहल न सिर्फ वर्तमान में बल्कि भविष्य में भी साईबर अपराधों के प्रति सुरक्षा का सशक्त माध्यम बनेगी। इस अभियान का सफल आयोजन एक मिसाल साबित हो सकता है, जो देश के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जा सकेगा।



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