हैकिंग नेटवर्क का पर्दाफाश: शेयर ट्रेडिंग और Google रिव्यू टास्क के नाम पर 70 लाख की ठगी, मास्टरमाइंड गिरफ्तार!




साइबर क्राइम का बड़ा खुलासा: पांच केस में सात आरोपी गिरफ्तार, 70 लाख होल्ड, मास्टरमाइंड समेत सिम सप्लायर और बैंक खाता सप्लायर भी हिरासत में!

साइबर क्राइम में शेयर ट्रेडिंग और Google रिव्यू टास्क के नाम पर 70 लाख ठगी, सात गिरफ्तार, मास्टरमाइंड समेत कई आरोपियों की गिरफ्तारी।

विश्व मीडिया आरकेसोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ


रायपुर रेंज साइबर पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग और Google रिव्यू टास्क के नाम पर बड़े साइबर ठगी रैकेट का खुलासा किया है। इस कार्रवाई में अलग-अलग राज्यों से सात साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें सिम सप्लायर, बैंक खाता सप्लायर, और कॉल सेंटर का संचालन करने वाला मास्टरमाइंड भी शामिल है। पूरे प्रकरण में अब तक 70 लाख रुपये की ठगी उजागर हो चुकी है।

केस 1:
प्रार्थी रश्मि ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर उनसे 88 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। बैंक खाता सप्लायर सोमनाथ सरदार (24) को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में 57 लाख रुपये होल्ड किए गए हैं और पहले ही चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

केस 2:
रायपुर की श्वेता मेहरा से Google रिव्यू टास्क के नाम पर 29.49 लाख रुपये की ठगी की गई। इस मामले में कॉलिंग सेंटर संचालक प्रेम चंद्राकर (22) को भिलाई से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने ठगी की रकम से बड़ा घर और महंगी गाड़ी खरीदी थी। आरोपी की संपत्तियों को अटैच करने की प्रक्रिया चल रही है।

केस 3:
मयूर लखतरिया से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 6.5 लाख रुपये की ठगी हुई थी। सिम कार्ड सप्लायर पुरुषोत्तम देवांगन (21) को दुर्ग से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने साइबर क्राइम में इस्तेमाल के लिए लगभग 600 सिम कार्ड सप्लाई किए थे।

केस 4:
नवीन कुमार ने 1.39 करोड़ रुपये की ठगी की शिकायत की थी। आरोपी हिमांशु निर्मलकर (27) को रायपुर से गिरफ्तार किया गया है। हिमांशु ने अपना बैंक खाता ₹50,000 मासिक किराए पर साइबर ठगों को दिया था।

केस 5:
प्रमोद बजाज ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर 22 लाख रुपये की ठगी की शिकायत की थी। इंदौर के मेहुल प्रजापति (21), रायपुर के वासु मानिक (20) और लूपेश साहू (19) को गिरफ्तार किया गया है। ठगी की रकम से आरोपियों ने महंगे मोबाइल खरीदे थे, जिन्हें जप्त कर लिया गया है।

गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। पुलिस द्वारा मामले की गहन जांच जारी है, जिसमें साइबर अपराध से जुड़े अन्य लिंक भी सामने आने की संभावना है।

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