"नेतागिरी बाहर करो" डॉक्टर ने सपा सांसद से की बदसलूकी, जिला अस्पताल में जमकर हंगामा!




मऊ जिला अस्पताल में सपा सांसद राजीव राय और डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी के बीच तकरार से अस्पताल में हंगामा, जानें पूरा मामला।

उत्तर प्रदेश के मऊ में जिला अस्पताल में सपा सांसद राजीव राय के साथ डॉक्टर द्वारा की गई बदसलूकी का मामला तूल पकड़ रहा है। सांसद राजीव राय को अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही की लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि डॉक्टर समय से पहले चले जाते हैं और मरीजों को सही इलाज नहीं मिल रहा है। इसे लेकर राजीव राय ने अस्पताल का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उनकी मुलाकात डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी से हुई, जहाँ दोनों के बीच बहस हो गई। इस बीच डॉक्टर ने सांसद को कहा, "नेतागिरी यहां नहीं, बाहर करो।" इसके बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ।

डॉक्टर-सांसद के बीच तकरार की शुरुआत

मऊ जिला अस्पताल में घटी यह घटना उस समय सामने आई जब सांसद राजीव राय ने अस्पताल का दौरा किया। उन्हें पहले से शिकायतें मिल रही थीं कि डॉक्टर बिना मरीजों को देखे समय से पहले अस्पताल छोड़कर चले जाते हैं। इसीलिए वह सीधे अस्पताल पहुंचे और वहां के विभिन्न वार्डों का मुआयना शुरू किया। इसी दौरान उनकी मुलाकात डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी से हुई। सांसद ने जब डॉक्टर से मरीजों के इलाज में लापरवाही के बारे में सवाल किए, तो डॉक्टर ने उनसे बहस करते हुए कहा, "काम करने दो, नेतागिरी बाहर करो।" इस जवाब ने सांसद और उनके समर्थकों को उग्र कर दिया और अस्पताल में तनाव की स्थिति बन गई।

सांसद राजीव राय का पक्ष

सांसद राजीव राय ने बताया कि उन्हें लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि अस्पताल में मरीजों का सही ढंग से इलाज नहीं हो रहा है। डॉक्टर समय पर नहीं मिलते और मरीजों की स्थिति दयनीय है। निरीक्षण के दौरान उन्हें कई जगह डॉक्टरों के चेंबर खाली मिले और अस्पताल में दलाल सक्रिय नजर आए। इसी बीच, जब डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी से बातचीत की गई, तो उन्होंने ताने मारते हुए नेतागिरी करने का आरोप लगाया। राजीव राय ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए कहा, "डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी को इलाज की जरूरत है। वह डॉक्टर कहलाने के लायक नहीं हैं। अगर वह मुझसे इस तरह से पेश आते हैं, तो मरीजों के साथ उनका व्यवहार कितना बुरा होगा, इसकी कल्पना की जा सकती है।"

डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी पर आरोप

डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी पर पहले भी दबंगई और मरीजों के साथ बदसलूकी के आरोप लगते रहे हैं। अस्पताल में मौजूद मरीजों और उनके परिजनों ने भी डॉक्टर की शिकायत करते हुए कहा कि वह अक्सर मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो चुका है, जिसमें डॉक्टर और सांसद के बीच बहस को साफ-साफ देखा जा सकता है। वीडियो के वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन और जिले के डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

मामला तूल पकड़ने पर प्रशासन का बयान

इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। सीएमएस धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी के खिलाफ शिकायतों की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सांसद राजीव राय ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि डॉक्टर त्रिपाठी को नौकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो सके।





डॉक्टर की सफाई

डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी ने इस पूरी घटना पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्हें अपने काम में कोई खलल पसंद नहीं है और वह केवल अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे थे। उनका कहना है कि सांसद ने उनके काम में हस्तक्षेप किया, जिससे वह नाराज हो गए और यह प्रतिक्रिया दी। हालांकि, उन्होंने बदसलूकी के आरोपों को खारिज किया है और कहा कि वह अपने मरीजों के इलाज में हमेशा तत्पर रहते हैं।


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