हरियाणा चुनाव 2024: मायावती ने जाट समाज पर साधा निशाना, कहा- 'जातिवादी मानसिकता के कारण BSP को वोट नहीं मिला'

 

मायावती ने हरियाणा चुनाव में BSP की हार के लिए जाट समाज की जातिवादी मानसिकता को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने जाट समाज को सोच बदलने की सलाह दी।

चंडीगढ़, 8 अक्टूबर: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी पार्टी की करारी हार पर खुलकर प्रतिक्रिया दी है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के साथ मिलकर यह चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों पार्टियां अपेक्षित परिणाम हासिल करने में विफल रहीं। बीजेपी ने तीसरी बार हरियाणा में बहुमत के साथ सरकार बनाई, जबकि BSP और INLD गठबंधन का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। मायावती ने इसके लिए खासतौर पर हरियाणा के जाट समाज की जातिवादी मानसिकता को जिम्मेदार ठहराया।


मायावती का बयान और जाट समाज पर निशाना

चुनाव के परिणामों के बाद मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा, "हरियाणा विधानसभा चुनाव में BSP और INLD ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा, लेकिन जाट समाज के जातिवादी लोगों ने BSP को वोट नहीं दिया। इसके चलते कई सीटों पर हमारे उम्मीदवार थोड़े मतों के अंतर से हार गए।" उन्होंने आरोप लगाया कि जाट समाज ने अपनी जातिवादी मानसिकता से ऊपर उठकर वोट नहीं किया, जिसके कारण BSP एक भी सीट नहीं जीत सकी।


उत्तर प्रदेश के जाट समाज से तुलना

मायावती ने हरियाणा के जाट समाज की तुलना उत्तर प्रदेश के जाट समाज से की। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है। वे BSP से विधायक और मंत्री बन चुके हैं। हरियाणा के जाट समाज को भी अपनी जातिवादी सोच बदलने की जरूरत है और उत्तर प्रदेश के जाट समाज के पदचिह्नों पर चलना चाहिए।"


मायावती का आह्वान: हिम्मत न हारें

मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को निराश न होने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "लोगों को निराश होने की जरूरत नहीं है। हमारी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। हमें अपने संघर्ष को और मजबूत करना होगा और एक नया रास्ता खोजना होगा।" उन्होंने चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों और समर्थकों के प्रयासों की सराहना की और सभी का आभार व्यक्त किया।


BSP की करारी हार, INLD का भी निराशाजनक प्रदर्शन

इस चुनाव में BSP और INLD दोनों ही पार्टियों का प्रदर्शन उम्मीदों के बिल्कुल विपरीत रहा। INLD ने 2 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि BSP का खाता तक नहीं खुला। जेजेपी, जो पिछले चुनाव में किंगमेकर बनी थी और 10 सीटें जीती थीं, इस बार एक भी सीट जीतने में विफल रही। यहां तक कि जेजेपी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला और INLD के अभय सिंह चौटाला भी अपनी-अपनी सीटें हार गए।


हरियाणा में बीजेपी की बंपर जीत

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीसरी बार पूर्ण बहुमत हासिल किया है। बीजेपी ने राज्य की 90 सीटों में से 60 से अधिक सीटों पर कब्जा जमाते हुए एक नया इतिहास रच दिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई में बीजेपी ने विकास और स्थिरता के मुद्दों पर चुनाव लड़ा, जिसका उसे भरपूर लाभ मिला। विपक्षी पार्टियां, जिनमें BSP-INLD गठबंधन और जेजेपी शामिल हैं, बीजेपी की जीत को रोकने में नाकाम रहीं।


जातिवादी राजनीति और मायावती की अपील

मायावती का बयान हरियाणा की राजनीति में जातिवाद के प्रभाव को उजागर करता है। उनके अनुसार, जाट समाज की जातिवादी मानसिकता ने बसपा के चुनावी प्रदर्शन को प्रभावित किया। उन्होंने इस पर खुलकर निशाना साधा और हरियाणा के जाट समाज को उत्तर प्रदेश के जाटों से सीख लेने की बात कही। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में BSP को जातिगत समीकरणों से बाहर आकर समर्थन मिला, जबकि हरियाणा में यह जातिवादी सोच पार्टी की हार का कारण बनी।


चुनावी विश्लेषण और आगे की रणनीति

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य की राजनीति में जातिवाद का प्रभाव अब भी बहुत गहरा है। मायावती ने जाट समाज की जातिवादी सोच को पार्टी की हार का कारण बताया, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह केवल एक कारण नहीं हो सकता। BSP और INLD गठबंधन को जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन और प्रभावी प्रचार की कमी का सामना करना पड़ा, जिससे चुनाव में उनका प्रदर्शन कमजोर रहा।

हरियाणा चुनाव 2024 के नतीजों ने यह साबित कर दिया है कि बीजेपी राज्य में अब भी सबसे मजबूत राजनीतिक ताकत बनी हुई है। दूसरी ओर, मायावती ने अपनी पार्टी की हार के लिए जाट समाज को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन यह भी सच है कि BSP को राज्य में अभी बहुत मेहनत करनी होगी ताकि वह भविष्य में मजबूत विकल्प बन सके। जातिवादी राजनीति पर उनके बयान ने हरियाणा की सामाजिक संरचना और राजनीतिक समीकरणों को फिर से चर्चा का विषय बना दिया है।

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