हरियाणा में 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी! एग्जिट पोल में बहुमत, सीएम कौन बनेगा- हुड्डा, सैलजा या कोई और? 8 अक्टूबर को आएंगे नतीजे।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल के आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं। 10 साल बाद हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है, जबकि बीजेपी सत्ता से बाहर होती नजर आ रही है। यह चुनावी सर्वे भविष्यवाणी कर रहा है कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ वापसी करेगी। हालांकि, असली नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे, लेकिन हरियाणा में सीएम कौन बनेगा, इस पर सस्पेंस अभी बरकरार है। क्या भूपेंद्र सिंह हुड्डा फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे, या कुमारी सैलजा और उदयभान जैसे नए चेहरे बाजी मारेंगे?
हरियाणा में सत्ता का खेल: कांग्रेस की वापसी और बीजेपी की विदाई
हरियाणा में इस बार विधानसभा चुनावों में 67 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। मतदान के बाद सामने आए एग्जिट पोल में कांग्रेस को सत्ता में वापसी करते हुए दिखाया गया है। विभिन्न एग्जिट पोल्स ने कांग्रेस को पूर्ण बहुमत की ओर बढ़ते हुए दिखाया है, जहां बीजेपी इस बार सत्ता से बाहर होती नजर आ रही है।
क्या बीजेपी की हार पक्की?
सीवोटर, एक्सिस माय इंडिया और पीपुल्स पल्स जैसे प्रमुख सर्वेक्षणों के अनुसार, बीजेपी के लिए हालात बेहद मुश्किल हैं। लगभग सभी सर्वेक्षणों में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिख रहा है। आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस 50 से 65 सीटों के बीच जीत सकती है, जबकि बीजेपी को 18 से 28 सीटों पर सिमटते हुए दिखाया गया है। जेजेपी और आईएनएलडी जैसी पार्टियां भी इस बार ज्यादा सीटें नहीं ला पा रही हैं।
कांग्रेस में सीएम पद की रेस: हुड्डा, सैलजा या उदयभान?
कांग्रेस की सत्ता में वापसी के साथ ही सबसे बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा? पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस के चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया है और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। लेकिन, पार्टी में सीएम पद के कई और दावेदार भी हैं।
भूपेंद्र हुड्डा: अनुभवी नेता या बदलती राजनीति?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एग्जिट पोल के नतीजों पर कहा, "मैं अभी रिटायर नहीं हुआ हूं। पार्टी ही तय करेगी कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, लेकिन हम सरकार बनाने जा रहे हैं।" हुड्डा की दो बार की मुख्यमंत्री की पारी और हाल के चुनावों में उनके नेतृत्व को देखते हुए वे सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं।
कुमारी सैलजा: दलित नेता की दावेदारी
सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा भी इस रेस में प्रमुख दावेदार हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में विभिन्न मंत्रालयों में कार्य किया है और दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व करती हैं। पार्टी के भीतर सैलजा का नाम भी सीएम पद के लिए चर्चा में है। सैलजा ने कहा, "कांग्रेस मेरे अनुभव को नकार नहीं सकती। पार्टी जो भी फैसला करेगी, मैं उसके साथ हूं।"
उदयभान: दलित कार्ड और हुड्डा की वफादारी
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान का नाम भी सीएम रेस में शामिल है। वह दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं और भूपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। उदयभान ने दिल्ली में कांग्रेस नेताओं के साथ हुई बैठक में दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत की थी।
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2005 जैसा दोहराव?
हरियाणा की मौजूदा स्थिति 2005 से काफी मिलती-जुलती है, जब पार्टी आलाकमान ने अंतिम क्षणों में फैसला बदलकर सभी को चौंका दिया था। तब भजनलाल के बजाय भूपेंद्र हुड्डा को मुख्यमंत्री बना दिया गया था। क्या इस बार भी कुछ ऐसा ही होगा, या फिर हुड्डा ही मुख्यमंत्री बनेंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।
सर्वेक्षणों का विश्लेषण: किसको मिल रही कितनी सीटें?
1. एक्सिस माय इंडिया:
कांग्रेस: 53-65
बीजेपी: 18-28
जेजेपी: 0
आईएनएलडी: 1-5
अन्य: 3-8
2. सीवोटर:
कांग्रेस: 50-58
बीजेपी: 20-28
जेजेपी: 0
आईएनएलडी: 0
अन्य: 10-16
3. पीपुल्स पल्स:
कांग्रेस: 55
बीजेपी: 26
जेजेपी: 0-1
आईएनएलडी: 2-3
अन्य: 3-5
4. रिपब्लिक मैट्रिज:
कांग्रेस: 55-62
बीजेपी: 18-24
जेजेपी: 0-3
आईएनएलडी: 3-6
अन्य: 2-5
हरियाणा में राजनीतिक समीकरण: क्या हो सकते हैं असली नतीजे?
अभी तक के एग्जिट पोल्स के आधार पर हरियाणा में कांग्रेस की स्थिति मजबूत दिखाई दे रही है। हालांकि, चुनावी राजनीति में कुछ भी संभव है। असली नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे, जिससे यह साफ होगा कि हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा।
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