जय बजरंग नव दुर्गा पूजा समिति के जागरण में कलाकारों ने बिखेरा जलवा, ग्रुप ऑफ ह्यूमैनिटी ने किया सम्मानित



गोहका में जय बजरंग नव दुर्गा पूजा समिति के जागरण में कलाकारों ने पेश किया शानदार कार्यक्रम, सामाजिक संस्था ने किया सम्मानित।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट

जय बजरंग नव दुर्गा पूजा समिति के जागरण में कलाकारों ने किया मनमोहक प्रदर्शन, सामाजिक संस्था ने किया सम्मानित

मछली शहर (जौनपुर): गोहका गांव में आयोजित जय बजरंग नव दुर्गा पूजा समिति द्वारा नवरात्रि के अवसर पर एक भव्य जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय और विशेष कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुति से समां बांध दिया। भक्तिरस में डूबे इस कार्यक्रम में गांव और आस-पास के क्षेत्रों से भारी संख्या में लोग उमड़े, जहां कलाकारों की दिल छू लेने वाली प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस विशेष अवसर पर कलाकारों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सामाजिक संस्था ग्रुप ऑफ ह्यूमैनिटी द्वारा सम्मानित किया गया। संस्था ने इस मौके पर कलाकारों को अंगवस्त्रम और धार्मिक पुस्तकों का वितरण कर उनकी कड़ी मेहनत और कला के प्रति समर्पण को सराहा। संस्था के अध्यक्ष, इंद्रेश तिवारी ने बताया कि ग्रुप ऑफ ह्यूमैनिटी पिछले 15 वर्षों से समाजहित के कार्यों में संलग्न है। इस दौरान, संस्था ने शिक्षा, कला और खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों और समूहों को प्रोत्साहित किया है।

सामाजिक संस्था ग्रुप ऑफ ह्यूमैनिटी का योगदान

इंद्रेश तिवारी ने जागरण के मौके पर अपने संबोधन में बताया कि उनकी संस्था बच्चों की शिक्षा से लेकर सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय है। संस्था का मुख्य उद्देश्य समाज के उन वर्गों को सशक्त करना है, जो किसी न किसी कारण से पीछे रह जाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी संस्था नियमित रूप से विद्यालयों में बच्चों को पुरस्कृत करती है, कथा वाचन, खेल प्रतियोगिताओं और धार्मिक आयोजनों का भी हिस्सा बनती है। इसी क्रम में आज के इस भव्य जागरण कार्यक्रम में कलाकारों का सम्मान भी उसी दिशा में एक कदम है।

कलाकारों ने किया मंत्रमुग्ध प्रदर्शन

गोहका के इस जागरण में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भक्ति गीतों और नृत्य प्रस्तुतियों से दर्शकों को बांधे रखा। भृगुनाथ मिश्र, सुरेंद्र तिवारी, बालकृष्ण मिश्र, निखिल तिवारी, राहुल मिश्र और नंदन तिवारी जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया। इन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से जहां एक ओर दर्शकों को भक्ति रस में डूबने का मौका दिया, वहीं दूसरी ओर अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवाया।

भृगुनाथ मिश्र और सुरेंद्र तिवारी ने अपने भावपूर्ण गायन से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। उनका भक्ति संगीत सुनकर दर्शक वाहवाही करते नजर आए। वहीं, निखिल तिवारी और राहुल मिश्र ने अपनी जोशीली और ऊर्जा से भरपूर प्रस्तुतियों से पूरे माहौल को सरस बना दिया। इन प्रस्तुतियों ने साबित कर दिया कि इन कलाकारों का भविष्य कला के क्षेत्र में बहुत उज्ज्वल है। इस अवसर पर उपस्थित दर्शकों ने कलाकारों के हर प्रदर्शन पर तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।

संस्था ने किया सम्मानित

कार्यक्रम के अंत में सामाजिक संस्था ग्रुप ऑफ ह्यूमैनिटी ने इन सभी कलाकारों को सम्मानित किया। इस दौरान, कलाकारों को अंगवस्त्रम और धार्मिक पुस्तकों का उपहार दिया गया। यह सम्मान कलाकारों के अथक परिश्रम और कला के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए दिया गया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष इंद्रेश तिवारी ने कहा, "कलाकार समाज का आईना होते हैं, उनकी कला हमें एक दिशा देती है। यह हमारा सौभाग्य है कि हम इन कलाकारों का सम्मान कर रहे हैं।"

विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति

इस जागरण कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें मुकेश तिवारी प्रबंधक, भाजपा नेता जेपी मिश्र, कैलासनाथ यादव, कमलेश तिवारी, शुभम तिवारी और बांकेलाल तिवारी प्रमुख रूप से शामिल थे। सभी ने कलाकारों की तारीफ की और कार्यक्रम की भव्यता को सराहा। संयोजक कमलेश तिवारी ने बताया कि यह कार्यक्रम पिछले कई वर्षों से आयोजित होता आ रहा है और हर बार यह पहले से भी अधिक सफल साबित होता है।

भक्ति और सामाजिक सेवा का संगम

यह जागरण केवल धार्मिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह सामाजिक सेवा और कला के सम्मान का प्रतीक भी था। जहां एक ओर लोगों ने भक्ति में लीन होकर देवी मां का गुणगान किया, वहीं दूसरी ओर इस मंच पर कलाकारों को उनके प्रदर्शन के लिए सराहा गया। इस तरह के आयोजनों से न केवल कला को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि सामाजिक संगठन भी समाज के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।




संगीत, भक्ति और सामुदायिक भावना का अनूठा संगम

इस तरह के धार्मिक कार्यक्रम केवल आस्था का प्रतीक नहीं होते, बल्कि यह सामाजिक एकता और सामुदायिक भावना को भी मजबूत करते हैं। गोहका का यह जागरण इस बात का प्रमाण था कि किस तरह कला, संगीत और भक्ति के जरिए लोग एक साथ आ सकते हैं और एक दूसरे की सफलता का जश्न मना सकते हैं। ग्रुप ऑफ ह्यूमैनिटी ने इस आयोजन के जरिए यह संदेश दिया कि समाज के हर क्षेत्र में प्रगति और सेवा का महत्व होता है, और हम सबको मिलकर इस दिशा में काम करना चाहिए।

गोहका गांव में आयोजित इस जागरण ने न केवल भक्ति रस की वर्षा की, बल्कि सामाजिक संस्थाओं और कलाकारों के योगदान को भी एक मंच पर लाने का कार्य किया। इस तरह के आयोजनों से जहां एक ओर समाज में कला और संस्कृति को प्रोत्साहन मिलता है, वहीं दूसरी ओर सामुदायिक भावनाओं को भी मजबूती मिलती है। ग्रुप ऑफ ह्यूमैनिटी की इस पहल ने न केवल कलाकारों का सम्मान किया, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी भेजा कि कला और संस्कृति के संरक्षण के लिए हमें आगे आना चाहिए।

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