जौनपुर में आभूषण व्यापारी को गाड़ी में बैठे बदमाश ने मारी गोली, हालत गंभीर, पुलिस की निष्क्रियता पर उठ रहे सवाल। जांच जारी।
जौनपुर: आभूषण व्यापारी को बदमाश ने मारी गोली, हालत गंभीर, पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल
इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट
जौनपुर, उत्तर प्रदेश – चंदवक थाना क्षेत्र के बजरंगनगर-कोइलारी मार्ग पर बुधवार शाम को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। आभूषण व्यापारी विक्रांत सेठ (26), जो अइलिया गांव के पास अपनी दुकान बंद कर कार से घर लौट रहे थे, उन्हें उनकी ही गाड़ी में बैठे एक बदमाश ने गोली मार दी। घटना के बाद व्यापारी की हालत गंभीर है और उन्हें वाराणसी के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। पुलिस की निष्क्रियता और बढ़ते अपराधों को लेकर स्थानीय जनता में आक्रोश व्याप्त है।
कैसे हुआ हमला?
विक्रांत सेठ, जो कि कोइलारी बाजार में सराफा व्यवसायी हैं, रोज की तरह अपनी दुकान बंद कर कार से घर लौट रहे थे। शाम 6 बजे के करीब, जब वह अइलिया गांव के पास पहुंचे, तभी उनकी गाड़ी में पहले से बैठे बदमाश ने उन पर अचानक गोली चला दी। गोली मारने के बाद बदमाश गाड़ी से उतरकर फरार हो गया।
ग्रामीणों ने पहुंचाई मदद
गोली की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे। जब उन्होंने विक्रांत को ड्राइविंग सीट पर लहूलुहान देखा, तो तुरंत उनके परिजनों और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष बृजेश कुमार गुप्ता मौके पर पहुंचे और विक्रांत को तुरंत वाराणसी के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
इस घटना ने जिले में पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस स्थान पर यह हमला हुआ, वहां से महज एक किलोमीटर की दूरी पर ब्राम्हनपुर चौकी और दो किलोमीटर की दूरी पर बजरंगनगर चौकी है। इसके बावजूद बदमाश न सिर्फ व्यापारी को गोली मारने में सफल रहा, बल्कि मौके से फरार भी हो गया। इस स्थान पर हाई मास्ट लाइट और पास ही दुर्गा पूजा पंडाल भी है, फिर भी घटना को अंजाम देना पुलिस की सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही एडिशनल एसपी अरविंद वर्मा, कोतवाली प्रभारी संजय कुमार सिंह, चौकी प्रभारी धर्मेंद्र दत्त, और बजरंगनगर के राजेश राम सहित कई अन्य पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मौके की जांच की और संभावित सुराग इकट्ठा किए। हालांकि, इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है कि हमलावर कौन था और उसने विक्रांत की गाड़ी में कब बैठकर यह वारदात अंजाम दी।
तीन साल पहले भी हो चुकी थी लूटपाट
विक्रांत सेठ इससे पहले भी एक आपराधिक घटना के शिकार हो चुके हैं। तीन साल पहले, जब वह अपने घर लौट रहे थे, तब कर्रा कॉलेज के पास बिहद्दर मोड़ पर बदमाशों ने उनसे लूटपाट की थी। उस समय भी पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठे थे, और अब इस बार भी, व्यापारी को निशाना बनाए जाने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
स्थानीय जनता में आक्रोश
घटना के बाद से स्थानीय व्यापारियों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता और अपराधियों के हौंसले बुलंद होने के कारण व्यापारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। स्थानीय व्यापारियों का आरोप है कि पुलिस की उपस्थिति होने के बावजूद बदमाशों का खुलेआम वारदात को अंजाम देना, सुरक्षा व्यवस्था की विफलता का प्रमाण है।
क्या है पुलिस का अगला कदम?
इस घटना के बाद पुलिस ने विक्रांत सेठ के बयान और घटनास्थल से मिले साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सवाल यह है कि क्या पुलिस इस बार अपनी निष्क्रियता को खत्म कर अपराधियों को सजा दिला पाएगी?
जौनपुर में बढ़ते अपराध और पुलिस का इकबाल
जौनपुर में पिछले कुछ समय से अपराधों में वृद्धि देखी जा रही है। खासकर व्यापारी वर्ग को निशाना बनाए जाने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इससे यह साफ संकेत मिलता है कि जिले में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं और पुलिस का इकबाल खत्म हो रहा है। अगर पुलिस जल्द ही सख्त कार्रवाई नहीं करती, तो यह व्यापारियों के बीच असुरक्षा की भावना को और बढ़ा सकता है।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
इस घटना के बाद एक बार फिर पुलिस की सक्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। घटनास्थल से इतनी निकटता पर पुलिस चौकियों और हाई मास्ट लाइट्स की मौजूदगी के बावजूद बदमाश का फरार हो जाना, पुलिस की सतर्कता पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
क्या विक्रांत सेठ को न्याय मिलेगा?
अब यह देखने वाली बात होगी कि पुलिस इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करती है और क्या विक्रांत सेठ और उनके परिवार को न्याय मिल पाएगा।
0 टिप्पणियाँ