कानपुर में पति-पत्नी ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की, वायरल वीडियो में पड़ोसियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया, पुलिस ने केस दर्ज किया।
कानपुर देहात के भोगनीपुर थाना क्षेत्र के पुखरायां स्टेशन के पास एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक दंपत्ति ने इंटरसिटी ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस आत्मघाती कदम से पहले दोनों ने एक वीडियो बनाकर अपने परिजनों को भेजा, जिसमें वे अपने पड़ोसी मोहित दुबे समेत कई लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगा रहे थे।
इस घटना के बाद मृतक सोम शुक्ला के पिता विजय शुक्ला ने पुलिस को शिकायत दी, जिसमें बताया गया कि आरोपियों ने लगातार उनके बेटे और बहू को परेशान किया। उनके मुताबिक, आरोपियों ने कई बार उनके बेटे को काम पर जाते समय रोककर प्रताड़ित किया और मारपीट की धमकी दी। घटना से कुछ ही दिन पहले आरोपी दबंगों ने औरैया में सोम शुक्ला को घेरकर मारपीट का प्रयास भी किया था, जिससे परेशान होकर दंपत्ति ने यह कठोर कदम उठाया।
घटना के पहले बनाई वीडियो में खुलासा:
इस आत्महत्या के पहले, दंपत्ति ने एक वीडियो बनाया जिसमें उन्होंने अपनी परेशानी और आरोपियों की उत्पीड़न के बारे में बताया। इस वीडियो में सोम और उनकी पत्नी ने आरोप लगाया कि गांव के दबंग पड़ोसी उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। इन आरोपों में मोहित दुबे, रोहित दुबे, रविंद्र दुबे, प्रवेश दुबे, अंश द्विवेदी, छोटू द्विवेदी, टीटू दुबे और कपिल दुबे शामिल हैं। वीडियो को सोशल मीडिया पर भी साझा किया गया, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।
पिता ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत:
मृतक के पिता विजय शुक्ला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें आरोपियों पर उनके बेटे और बहू को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया। विजय शुक्ला ने बताया कि उनका बेटा कई बार परेशान होकर उनसे मदद मांग चुका था, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनकी समस्याएं इस हद तक बढ़ जाएंगी। इस दर्दनाक घटना के बाद, शोकाकुल पिता ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई:
पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और फिर परिजनों को सौंप दिया। थाना प्रभारी महेश कुमार ने घटनास्थल पर सुरक्षा बढ़ाते हुए दो दरोगाओं सहित तीन से चार पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। इस बीच, जीआरपी (रेलवे पुलिस) ने कहा कि दूबे परिवार ने पहले ही मृतक के परिवार पर एक मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन अब मृतक परिवार की तहरीर के आधार पर आरोपी दूबे परिवार के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है।
सामाजिक और कानूनी पक्ष:
इस घटना ने समाज में बढ़ते दबंगई और उत्पीड़न के मुद्दों को एक बार फिर उजागर किया है। कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, यदि समय रहते उत्पीड़न के मामले में कड़ी कार्रवाई होती, तो शायद इस तरह की दुखद घटना नहीं घटती।
इस हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है ताकि दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके।
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