नवरात्रि 2024: मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर पाबंदी, भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक, नए रूट डायवर्जन लागू!




नवरात्रि पर मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर पाबंदी। भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक, वैकल्पिक मार्गों से यातायात।


मिर्जापुर: नवरात्रि 2024 के दौरान मां विंध्यवासिनी धाम में भक्त अब पूरे 9 दिनों तक मां के चरण स्पर्श नहीं कर सकेंगे। यह निर्णय मंदिर में बढ़ती भीड़ और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इसके साथ ही, 2 अक्टूबर से मेला समाप्ति तक भारी वाहनों के मंदिर की ओर प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दी गई है। उन्हें वैकल्पिक मार्गों से गुजरना होगा।

मंदिर में दर्शन के नियम:

श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए यह कदम उठाए गए हैं। भक्त अब गणेश द्वारा से न्यू वीआईपी लेन के जरिए गर्भगृह में दर्शन करेंगे। जयपुरिया गली और पक्का घाट से आने वाले श्रद्धालु भी इसी प्रक्रिया का पालन करेंगे, जबकि कोतवाली मार्ग से आने वाले भक्त केवल झांकी से मां के दर्शन कर पाएंगे।

रूट डायवर्जन और यातायात प्रबंधन:

2 अक्टूबर की सुबह 6 बजे से नवरात्रि मेला समाप्ति तक पूरे मिर्जापुर में रूट डायवर्जन लागू रहेगा। विंध्याचल धाम की ओर जाने वाले भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा। ऐसे वाहन नटवा तिराहे से वैकल्पिक मार्गों पर भेजे जाएंगे। केवल पेट्रोलियम, गैस और अग्निशमन इमरजेंसी वाहन ही शहर में प्रवेश कर सकेंगे।

व्यापारियों के लिए, चील्ह पिकेट से 6 पहिया माल वाहनों को रात 12 बजे से 2 बजे तक प्रवेश की अनुमति दी गई है, जो बरकछा होते हुए बाहर निकलेंगे। वहीं, सिटी से बाहर जाने वाले भारी वाहन रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक वाराणसी-रीवा हाईवे से यात्रा कर सकेंगे।

आवश्यक दिशा-निर्देश:

नवरात्रि के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन ने सख्त नियम लागू किए हैं। विशेष रूप से खाद्य आपूर्ति और आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को कुछ छूट दी गई है ताकि सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो।

नवरात्रि के अवसर पर लाखों श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी धाम पहुंचते हैं, ऐसे में इस बार के सुरक्षा इंतजाम और नियम न केवल भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल्कि भक्तों के अनुभव को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए बनाए गए हैं।

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