Noida: Amity University में दो गुटों के बीच गोलीबारी, एक छात्र को लगी गोली, हालत गंभीर




नोएडा एमिटी यूनिवर्सिटी में दो गुटों के बीच गोलीबारी, एक छात्र घायल, हालत गंभीर। पुलिस जांच में जुटी, आरोपी छात्र फरार।

नोएडा एमिटी यूनिवर्सिटी: दो गुटों के बीच हिंसक टकराव में चली गोलियां, एक छात्र की हालत गंभीर

नोएडा की एमिटी यूनिवर्सिटी एक बार फिर से सुर्खियों में है। शुक्रवार शाम को विश्वविद्यालय में जो हुआ, वह वहां की छात्रों के बीच बढ़ती हिंसा को दर्शाता है। छात्रों के दो गुटों के बीच हुआ टकराव हिंसा का रूप ले चुका था, जिसमें गोलीबारी हो गई और एक छात्र को गंभीर रूप से घायल कर दिया। गोली लगने के बाद छात्र को तुरंत कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाज़ुक बनी हुई है।

अमिटी यूनिवर्सिटी में बढ़ती हिंसा

एमिटी यूनिवर्सिटी, जो नोएडा सेक्टर-126 में स्थित है, अक्सर विवादों में घिरी रहती है। छात्रों के बीच छोटी-मोटी नोक-झोंक, झगड़े और हाथापाई की घटनाएं यहां नई नहीं हैं। लेकिन, शुक्रवार की शाम को हुई इस घटना ने विश्वविद्यालय के माहौल को और ज्यादा असुरक्षित बना दिया है। यह साफ दिखाता है कि छात्रों के बीच आपसी टकराव अब खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है, जहां असलहों का इस्तेमाल भी हो रहा है।

क्या हुआ था शुक्रवार को?

शुक्रवार की शाम लगभग 5 बजे, छात्रों के दो गुटों के बीच किसी पुरानी रंजिश को लेकर विवाद बढ़ा। पहले दोनों पक्षों में कहासुनी हुई और देखते ही देखते यह विवाद हिंसक हो गया। इस बार, सिर्फ हाथापाई तक बात नहीं रुकी, बल्कि दोनों गुटों ने असलहे निकाल लिए और फायरिंग शुरू कर दी। इसी गोलीबारी में एक छात्र को गोली लग गई, जिसके बाद वह वहीं गिर पड़ा। गोली लगने के बाद हमलावर गुट मौके से फरार हो गए, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई।

घायल छात्र की हालत नाज़ुक

गोली लगने से घायल छात्र को तुरंत कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत नाज़ुक बनी हुई है और डॉक्टर्स उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, गोली छात्र के सीने के पास लगी है, जो बेहद खतरनाक स्थिति पैदा कर रही है।

पुलिस का तत्काल एक्शन

घटना की जानकारी मिलते ही, नोएडा पुलिस तुरंत एमिटी यूनिवर्सिटी पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों से घटना की जानकारी ली और उन छात्रों की पहचान करने की कोशिश की जो इस हिंसक झड़प में शामिल थे। लेकिन गोली चलाने वाले दोनों गुटों के छात्र पहले ही फरार हो चुके थे। फिलहाल, पुलिस उन छात्रों की तलाश कर रही है, और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।

एमिटी यूनिवर्सिटी में बढ़ते विवाद: क्या यह आम होता जा रहा है?

एमिटी यूनिवर्सिटी में छात्र गुटों के बीच झगड़े और मारपीट की घटनाएं अब आम हो गई हैं। अक्सर विश्वविद्यालय से वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं, जहां छात्रों को झगड़ते हुए देखा जा सकता है। छात्रों के बीच झगड़े का कारण आमतौर पर आपसी रंजिश, ईगो क्लैश और बाहरी लोगों का हस्तक्षेप होता है।

एमिटी यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में आए दिन इस तरह की घटनाएं संस्थान की छवि को धूमिल करती हैं। ये सिर्फ छात्रों के लिए ही नहीं, बल्कि अभिभावकों के लिए भी चिंता का विषय है, जो अपने बच्चों को यहां पढ़ने के लिए भेजते हैं।

छात्रों के बीच बढ़ता असलहों का चलन

एमिटी यूनिवर्सिटी में हाल की घटना ने एक और गंभीर सवाल खड़ा किया है - छात्रों के पास असलहों का होना। यह साफ दिखाता है कि विश्वविद्यालयों में सुरक्षा के मानक कितने कमजोर हैं और वहां किस तरह के खतरों का सामना करना पड़ सकता है।

क्या छात्रों के बीच असलहों का उपयोग अब एक आम बात हो गई है? विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस को इस पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि छात्रों को सुरक्षित माहौल मिल सके और ऐसी हिंसक घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी पर सवाल

इस घटना के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक कोई ठोस बयान जारी नहीं किया है। यह विश्वविद्यालय की सुरक्षा प्रणाली और प्रबंधन पर सवाल खड़ा करता है। अगर इस तरह की घटनाएं बार-बार होती रहेंगी, तो विश्वविद्यालय के छात्रों और उनके परिवारों के बीच डर और असुरक्षा का माहौल बनेगा।

भविष्य की कार्रवाई

फिलहाल, पुलिस घटना की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में सख्त कदम उठा रही है। पुलिस की टीमें फरार छात्रों की तलाश में जुटी हैं, और जांच जारी है। छात्रों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो, और छात्रों की सुरक्षा प्राथमिकता हो।

क्या करें छात्र और अभिभावक?

इस घटना से छात्रों और अभिभावकों को सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसी घटनाएं न सिर्फ छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती हैं, बल्कि उनके शैक्षिक जीवन को भी प्रभावित कर सकती हैं। छात्रों को चाहिए कि वे किसी भी तरह के विवाद में न पड़ें और अपने भविष्य को सुरक्षित रखें।

नोएडा के एमिटी यूनिवर्सिटी में हुई इस घटना ने फिर से यह साबित कर दिया है कि छात्रों के बीच हिंसा और असलहों का उपयोग एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है। यह समय है कि विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस मिलकर इस समस्या का समाधान खोजें और छात्रों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण तैयार करें।

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