ऑनलाइन लोन की आड़ में बड़ी ठगी: साइबर सेल अलर्ट, मिनटों में लोन देने वाले ऐप्स से रहें सावधान




मिनटों में लोन देने वाले फर्जी ऐप्स से सावधान रहें! साइबर सेल का अलर्ट जारी, ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए जानें ज़रूरी कदम।

विश्व मीडिया आरकेसोनी वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ

ऑनलाइन लोन फ्रॉड: मिनटों में लोन देने वाले ऐप्स से हो रही है बड़ी ठगी, साइबर सेल ने जारी किया अलर्ट

आजकल डिजिटल युग में पैसों की तंगी को दूर करने के लिए लोग ऑनलाइन लोन ऐप्स की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन मिनटों में लोन देने वाले ऐप्स के जाल में फंसकर कई लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं? साइबर सेल ने इस बढ़ती ऑनलाइन धोखाधड़ी को देखते हुए अलर्ट जारी किया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी चेतावनी दी है कि फर्जी लोन ऐप्स से बचें और केवल अधिकृत वित्तीय संस्थाओं से ही लोन लें। इस तरह की ठगी लॉकडाउन के समय से बढ़ रही है, जब लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और सस्ते और आसान लोन के लालच में इन ऐप्स के चक्कर में फंस गए।

कैसे होती है ऑनलाइन लोन ठगी?

फर्जी लोन देने वाले ऐप्स के पीछे एक संगठित गिरोह काम कर रहा है। ये ऐप्स बिना किसी अधिकार के लोन देने का दावा करते हैं और कुछ ही मिनटों में लोन अप्रूव कर देते हैं। लोन के लिए ग्राहक से आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक स्टेटमेंट जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां मांगी जाती हैं।

ग्राहक को गूगल प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करने को कहा जाता है। ऐप इंस्टॉल करने के दौरान ग्राहक से उसकी फोटो गैलरी, कॉन्टैक्ट लिस्ट, और अन्य निजी जानकारी तक पहुंचने की अनुमति मांगी जाती है। एक बार यह अनुमति मिलने के बाद, ये ऐप्स ग्राहक का सारा डेटा चुरा लेते हैं। इसके बाद ग्राहक को लोन दिया जाता है, लेकिन इसके साथ कई छिपी हुई शर्तें भी जुड़ी होती हैं।

लोन के बदले ऊंचा ब्याज और पेनाल्टी

इन ऐप्स के जरिए दिए गए लोन पर ब्याज दर बहुत ज्यादा होती है, जो 30-35% तक सालाना हो सकती है। अगर ग्राहक समय पर लोन नहीं चुका पाता, तो उस पर प्रति दिन 3,000 रुपये तक की पेनाल्टी लगाई जाती है। कई बार, इन ऐप्स के द्वारा खुद ही दूसरे लोन ऐप्स की जानकारी दी जाती है और पुराने लोन चुकाने के लिए नए लोन लेने के लिए उकसाया जाता है।

सामाजिक अपमान और मानसिक प्रताड़ना

इन ऐप्स की असल ठगी तब सामने आती है, जब ग्राहक समय पर लोन नहीं चुका पाता। इसके बाद लोन रिकवरी एजेंट्स ग्राहक को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगते हैं। वे उसके मोबाइल में स्टोर किए गए संपर्कों को फोन करना शुरू कर देते हैं और ग्राहक को अपमानित करने के लिए उसके परिवार और दोस्तों को व्हाट्सएप मैसेज भेजते हैं। कई बार तो यह ठगी इतनी गंभीर हो जाती है कि लोग समाज के अपमान के डर से आत्महत्या तक करने पर मजबूर हो जाते हैं।

फर्जी लीगल नोटिस और सोशल मीडिया पर अपमान

लोन न चुका पाने की स्थिति में, इन ऐप्स के एजेंट ग्राहकों को फर्जी लीगल नोटिस भेजते हैं। कई बार ग्राहकों को धमकी दी जाती है कि उनके निजी फोटो और डेटा को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया जाएगा। इन एजेंट्स का मकसद सिर्फ ग्राहक को मानसिक रूप से तोड़ना होता है, ताकि वह जल्द से जल्द लोन चुकाए।

लोन प्रोसेसिंग में कटौती और फर्जी शुल्क

अगर कोई व्यक्ति 5,000 रुपये का लोन लेता है, तो उसे प्रोसेसिंग फीस और जीएसटी के नाम पर 1,180 रुपये तक की कटौती करके सिर्फ 3,820 रुपये मिलते हैं। इसके अलावा, जब ग्राहक इस लोन को चुकाने में असमर्थ होता है, तो उसकी कॉन्टैक्ट लिस्ट के लोगों को फोन करके उसे बदनाम किया जाता है।

साइबर सेल और RBI की चेतावनी

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लोगों को सलाह दी है कि वे किसी भी अनधिकृत ऐप से लोन न लें और अपनी KYC दस्तावेजों को किसी अनजान व्यक्ति या ऐप के साथ साझा न करें। रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर पंजीकृत NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) की सूची उपलब्ध है, जिससे यह पता किया जा सकता है कि लोन देने वाली संस्था अधिकृत है या नहीं।

सुरक्षित रहने के उपाय

1. अधिकृत वित्तीय संस्थाओं से ही लोन लें।


2. किसी भी अनजान ऐप को अपने मोबाइल में पर्सनल डिटेल्स साझा करने की अनुमति न दें।


3. लोन ऐप्स के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें कि वे RBI से मान्यता प्राप्त हैं या नहीं।


4. ठगी का शिकार होने पर तुरंत साइबर सेल से संपर्क करें।


अगर ठगी का शिकार हो गए हों, तो क्या करें?

1. 1930 पर डायल करें और ठगी की शिकायत दर्ज करें।


2. www.cybercrime.gov.in पर लॉगिन कर शिकायत दर्ज करें।


3. अपने नजदीकी पुलिस थाने या साइबर सेल से संपर्क करें।



इन ऐप्स से रहें सावधान

Bright Cash

Gold Mall

Cash Park

Lendmall

Cashbus

Helo Loan

Small Loan

Koco Cash

Enjoy Loan

Rupeeslend

Cashfish


ये कुछ उन फर्जी लोन ऐप्स के नाम हैं, जो लोगों को अपनी चपेट में लेकर ठगी का शिकार बना रहे हैं।


ऑनलाइन लोन लेना आसान है, लेकिन साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। अनधिकृत लोन ऐप्स से दूर रहें और किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए तुरंत साइबर सेल से संपर्क करें।

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