प्रतापगढ़ में मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा: करंट लगने से 2 की मौत, आधा दर्जन घायल



प्रतापगढ़ के महेशगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान हाई टेंशन तार से करंट लगने से 2 की मौत, 6 घायल, पुलिस ने जांच शुरू की।


प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश – महेशगंज थाना क्षेत्र के शिवगढ़ हरदोईपट्टी गांव में धार्मिक आयोजन के दौरान मूर्ति विसर्जन के समय एक भीषण हादसा हो गया, जिसने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। विसर्जन के दौरान मूर्ति के संपर्क में आने से हाई टेंशन तारों से करंट उतर गया, जिसकी चपेट में आकर 2 लोगों की मौत हो गई और आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे में एक DJ भी शामिल है, जो विसर्जन के दौरान धुन बजा रहा था।

कैसे हुआ हादसा?

स्थानीय लोगों के अनुसार, जैसे ही मूर्ति को नदी में विसर्जित किया जा रहा था, वह अचानक लटक रहे हाई टेंशन तार के संपर्क में आ गई। तार में पहले से ही बिजली प्रवाहित हो रही थी, जिसके कारण मूर्ति में करंट उतर आया और वहां मौजूद लोग इसकी चपेट में आ गए। उत्सव की खुशी अचानक मातम में बदल गई, जब लोगों ने देखा कि कई लोग करंट से झुलस गए हैं और कुछ की स्थिति गंभीर हो चुकी है।

घायलों की हालत स्थिर

घटना के तुरंत बाद, प्रतापगढ़ पुलिस को सूचित किया गया और आसपास के ग्रामीणों ने मिलकर घायलों को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती करवाया। चिकित्सकों की टीम ने मौके पर पहुंचकर घायलों की स्थिति का आकलन किया और उनमें से गंभीर रूप से घायल कुछ लोगों को प्रतापगढ़ मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। जानकारी के अनुसार, अस्पताल में भर्ती सभी घायलों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, दो लोगों की मौत की पुष्टि डॉक्टरों ने कर दी है।

DJ समेत कई लोग घायल

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे के वक्त DJ धुन बजा रहा था और विसर्जन के जश्न में लोग झूम रहे थे। DJ ऑपरेटर भी करंट की चपेट में आ गया और उसे भी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और ग्रामीणों ने प्रशासन से उचित सुरक्षा उपायों की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

घटना स्थल पर पुलिस की कार्रवाई

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया। पुलिस ने तत्काल घटना की जांच शुरू कर दी है और घटना स्थल को सुरक्षा के दृष्टिकोण से बंद कर दिया है। अधिकारियों ने कहा है कि प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि हाई टेंशन तारों के कारण यह हादसा हुआ, लेकिन इसके पीछे की सटीक वजह का पता जांच पूरी होने के बाद ही चलेगा।

प्रशासन ने दी सुरक्षा की गारंटी

घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। अधिकारियों का कहना है कि मूर्ति विसर्जन जैसे आयोजनों के दौरान विद्युत सुरक्षा के उपायों को लागू करने के लिए जल्द ही विस्तृत योजना तैयार की जाएगी। ग्रामीणों ने भी इस मांग को जोरदार तरीके से उठाया है कि गांव के सभी पुराने और जर्जर हो चुके बिजली के तारों को जल्द से जल्द बदला जाए, ताकि भविष्य में कोई और हादसा न हो।

गाँव में गम और गुस्से का माहौल

इस हादसे ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। जहाँ कुछ घंटों पहले तक धार्मिक उत्सव का माहौल था, वहीं अब शोक और गुस्से का मिश्रण देखा जा सकता है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रशासन को पहले ही लटकते तारों के बारे में अवगत कराया गया था, लेकिन समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया।

सामाजिक सुरक्षा की मांग

इस घटना के बाद, गांव के निवासियों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि पूरे क्षेत्र में विद्युत सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। उनका कहना है कि हाई टेंशन तारों की नियमित देखरेख न होने के कारण इस तरह के हादसे होते हैं। प्रशासन ने भी इस बात को माना है और कहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए विद्युत सुरक्षा मानकों को कड़ाई से लागू किया जाएगा।


यह दुखद हादसा बताता है कि धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा प्रबंधों को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है। करंट लगने से दो मासूमों की मौत और कई लोगों का घायल होना इस बात की चेतावनी है कि हमें सुरक्षा के प्रति गंभीर रहना चाहिए। उम्मीद की जा रही है कि इस घटना के बाद प्रशासन बिजली सुरक्षा के संदर्भ में सख्त कदम उठाएगा और गांववासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।


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