योगी सरकार का बड़ा फैसला: अफसरों और कर्मचारियों की संपत्ति का होगा रेंडम ऑडिट, भ्रष्टाचार पर सख्त नज़र!




योगी सरकार करेगी अफसरों और कर्मचारियों की संपत्ति का ऑडिट, भ्रष्टाचार रोकने के लिए रेंडम जांच से हड़कंप! वेतन रोकने की चेतावनी।


उत्तर प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों और अफसरों की संपत्ति पर अब योगी सरकार की सख्त नज़र है। भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। योगी सरकार अब सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की संपत्ति की रेंडम जांच करेगी, जिससे यह पता चलेगा कि जो ब्योरा उन्होंने सरकार को दिया है, वो सही है या नहीं। इस जांच के आदेश से प्रदेश के सभी सरकारी विभागों में हड़कंप मच गया है।

सरकार की इस कड़ी कार्रवाई से अब कर्मचारियों की प्रॉपर्टी की पूरी जांच होगी, चाहे वह चल संपत्ति हो या अचल संपत्ति। इसके लिए पैन कार्ड से लेकर सभी जरूरी दस्तावेज़ों की बारीकी से पड़ताल की जाएगी। जिन अफसरों और कर्मचारियों की संपत्ति में किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

संपत्ति का ब्यौरा देने की डेडलाइन और वेतन रोकने का आदेश

सरकार ने सभी कर्मचारियों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया था। इसमें से 97% कर्मचारियों ने जानकारी दे दी है, जबकि 40,000 कर्मचारी अब भी बाकी हैं। जिन लोगों ने इस डेडलाइन तक जानकारी नहीं दी, उनका सितंबर का वेतन रोक दिया जाएगा और उनके प्रभारी अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रॉपर्टी की जांच का तरीका

सरकार ने हर विभाग के कर्मचारियों पर कड़ी नज़र रखने के लिए यह कदम उठाया है। अब सरकारी कर्मचारियों की संपत्ति का पूरा लेखा-जोखा निकाला जाएगा, ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके। अधिकारियों का कहना है कि योगी सरकार के इस कदम से सरकारी महकमे में पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचारियों पर सख्त नकेल कसी जाएगी।

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