बागपत में पुरानी रंजिश के चलते हेड कांस्टेबल के पिता की ईंटों से मारकर और गोली लगाकर हत्या, पुलिस ने 6 आरोपियों पर केस दर्ज किया।
उत्तर प्रदेश के बागपत में खौफनाक वारदात: पुरानी रंजिश का खूनी अंजाम
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में पुरानी दुश्मनी ने एक और जान ले ली। यहां हेड कांस्टेबल अमित के पिता रमेश पाल (60) को ईंटों और गोली से मारकर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। घटना शुक्रवार शाम बिनौली थाना क्षेत्र के माल माजरा गांव की है। पुलिस ने 6 आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
ईंटों से हमला और गोली मारकर हत्या
बताया जा रहा है कि रमेश पाल, जो पेशे से किसान थे, गांव के एक व्यक्ति अमरेश की भैंस का दूध निकालकर अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वह माल माजरा गांव के चौराहे पर पहुंचे, पुरानी रंजिश के चलते दूसरे पक्ष की महिलाओं और पुरुषों ने उन्हें ईंटों से पीटना शुरू कर दिया।
हमला इतना अचानक और तेज था कि रमेश संभल भी नहीं पाए। इसके बाद हमलावरों ने उनकी कनपटी पर तमंचा सटाकर गोली मार दी। रमेश की पत्नी मुन्नी ने पति को बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी हमलावरों के आगे बेबस हो गईं। गोली लगते ही रमेश ने मौके पर दम तोड़ दिया, और आरोपी फरार हो गए।
पुलिस और प्रशासन मौके पर सक्रिय
घटना की सूचना मिलते ही बागपत पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी अर्पित विजयवर्गीय, एएसपी, और अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया। रमेश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
पुरानी रंजिश बनी मौत की वजह
रमेश पाल का नाम 2018 में अपने भाई नरेश पाल की हत्या के आरोप में आया था। उस वक्त रमेश ने जमीन विवाद में अपने भाई की हत्या कर शव को खेत में दफना दिया था। पुलिस ने शव बरामद कर रमेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
इसके बाद दोनों परिवारों के बीच दुश्मनी शुरू हो गई। गांव के प्रमोद और अनुज ने नरेश की हत्या के केस में गवाही दी थी। 2019 में गवाह ने रमेश और उनके भांजे पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया था।
6 आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज
मृतक रमेश पाल के परिवार ने गांव के ही प्रमोद, अनुज समेत 6 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने सभी आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसपी ने बताया कि हत्या की यह वारदात पुरानी रंजिश का नतीजा है।
घटना के मुख्य पहलू
- पीड़ित: रमेश पाल (60), पेशे से किसान
- हमलावर: प्रमोद, अनुज और उनके परिजन
- पुरानी रंजिश: 2018 में भाई की हत्या का आरोप और गवाहों से दुश्मनी
- मौका: गांव के चौराहे पर हमला
- मृतक का बेटा: अमित, यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल
क्या अब भी सुलगेगी दुश्मनी?
उत्तर प्रदेश के गांवों में पारिवारिक रंजिशें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। ये घटनाएं कानून और व्यवस्था को सीधे चुनौती देती हैं। पुलिस ने भले ही मामले की जांच शुरू कर दी हो, लेकिन सवाल यह है कि क्या प्रशासन ऐसी रंजिशों को समय रहते रोकने में कामयाब होगा?
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