सांकेतिक तस्वीर |
बिहार-यूपी बॉर्डर पर कोलकाता-गाजीपुर सिटी ट्रेन को डिरेल करने की साजिश, लोको पायलट की सतर्कता से बचा हादसा, रेलवे ट्रैक कटा मिला।
बिहार-यूपी बॉर्डर पर ट्रेन डिरेलिंग की साजिश नाकाम
उत्तर प्रदेश और बिहार के बॉर्डर पर कोलकाता-गाजीपुर सिटी शब्दभेदी एक्सप्रेस ट्रेन को डिरेल करने की एक और गंभीर साजिश सामने आई है। घटना में रेलवे ट्रैक को काटा गया था, लेकिन लोको पायलट की सतर्कता से एक बड़ा हादसा टल गया। गाड़ी को तुरंत रोकने के बाद लोको पायलट ने स्टेशन मास्टर और जीआरपी को इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही जीआरपी और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेलवे ट्रैक की जांच शुरू की। इस साजिश से उस मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है और यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
लोको पायलट की सूझबूझ से बची जानें
गाज़ीपुर की ओर जा रही इस ट्रेन के लोको पायलट की मुस्तैदी से यह हादसा टल सका। लोको पायलट ने जैसे ही रेलवे ट्रैक की खराब स्थिति देखी, उसने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाई। इससे ट्रेन की गति कम हो गई और संभावित हादसा टल गया। लोको पायलट की तत्परता ने कई यात्रियों की जान बचाई और एक बड़े हादसे को रोका गया।
अधिकारियों का घटनास्थल पर निरीक्षण
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि ट्रैक को जानबूझकर काटा गया था ताकि ट्रेन को पलटाया जा सके। रेलवे अधिकारियों ने ट्रैक की मरम्मत के आदेश दिए और इसके साथ ही अन्य सुरक्षा उपाय लागू करने पर भी जोर दिया है ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब उत्तर प्रदेश में ट्रेन डिरेलिंग की कोशिश की गई हो। हाल ही में उत्तराखंड में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां एक लोहे का खंभा रेलवे ट्रैक पर रखा गया था। वहां भी एक लोको पायलट की सूझबूझ से हादसा टल गया था। इसी तरह, गाजीपुर के आलम पट्टी इलाके में भी कुछ समय पहले रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रखा गया था, जिसे देखकर लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई और हादसा टाल दिया।
यात्रियों में डर का माहौल
इस तरह की घटनाओं के चलते रेलवे के यात्रियों के बीच भय का माहौल है। बार-बार रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने के इन मामलों से सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। रेलवे विभाग ने यात्रियों को आश्वासन दिया है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं और रेलवे ट्रैक की निगरानी को और पुख्ता किया जाएगा।
रेलवे की सुरक्षा के नए उपाय
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और जीआरपी ने मिलकर एक रणनीति बनाई है, जिसके तहत संवेदनशील इलाकों में ट्रैक की 24x7 निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, ट्रेनों में कैमरा सिस्टम को अपग्रेड किया जाएगा ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके। रेलवे प्रशासन भी यात्रियों से अपील कर रहा है कि वे इस तरह की कोई भी संदिग्ध गतिविधि देखें तो तुरंत रेलवे अधिकारियों को सूचित करें।
बिहार और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर कोलकाता-गाजीपुर सिटी शब्दभेदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश ने रेलवे सुरक्षा की गंभीर स्थिति को उजागर किया है। लोको पायलट की सतर्कता से यह हादसा टल गया, लेकिन यह घटना यह बताती है कि रेलवे को अपनी सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता करनी होगी ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
इस तरह की घटनाओं से यात्रियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले तत्वों के खिलाफ रेलवे प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है।
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