बिजनौर महोत्सव 2024 का समापन जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने किया। वृक्षारोपण के साथ कार्यक्रम में कई गणमान्य नेता शामिल हुए।
नरेश सागर अमरोहा जिला संवाददाता
बिजनौर में चल रहे महोत्सव का समापन 10 नवंबर, 2024 को जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल द्वारा किया गया। बिजनौर महोत्सव इस साल बेहद खास और यादगार रहा, जिसमें सांस्कृतिक, सामाजिक और विकासात्मक गतिविधियों की धूम रही। नुमाइश ग्राउंड में आयोजित इस महोत्सव का उद्देश्य बिजनौर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करते हुए विकास को बढ़ावा देना था।
समापन कार्यक्रम में जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने कहा कि बिजनौर महोत्सव ने क्षेत्र के कला, संस्कृति और पारंपरिक हस्तकला को एक नया मंच दिया है। इस महोत्सव ने ना केवल स्थानीय कला को पहचान दी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित किए हैं।
वृक्षारोपण का आयोजन
समापन कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी पूर्णा, और मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने इंदिरा बाल भवन में वृक्षारोपण किया। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन पूर्व कमिश्नर बाबा हरदेव सिंह विचार मंच के तत्वाधान में किया गया, जो कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक प्रेरणादायक कदम माना जा रहा है।
वृक्षारोपण के इस कार्यक्रम में जिले के कई प्रमुख अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। परियोजना निदेशक ज्ञानेश्वर तिवारी, अपर जिलाधिकारी अवनीश कुमार त्यागी, तहसीलदार अमरपाल सिंह, अधिशासी अधिकारी विकास कुमार, एडीपीआरओ छविनाथ सोनकर समेत कई लोग इस अवसर पर मौजूद थे। इसके अलावा मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नईमुद्दीन बादशाह, राष्ट्रीय महासचिव रामनाथ सिंह, रुहेलखण्ड जोन के क्षेत्रीय अध्यक्ष पूर्व ब्लाक प्रमुख दिनेश चंद्रा, अधिवक्ता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष जरगामुद्दीन, और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
महोत्सव में खास आकर्षण
बिजनौर महोत्सव का यह संस्करण विभिन्न कार्यक्रमों के कारण लोगों के बीच खासा लोकप्रिय रहा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, हस्तशिल्प की प्रदर्शनी और खाद्य मेला ने लोगों को अपने साथ जोड़ कर रखा। स्थानीय और बाहरी कलाकारों ने महोत्सव में अपनी कला का प्रदर्शन किया। साथ ही, बच्चों के लिए विशेष गतिविधियां, महिला उद्यमियों के लिए स्टॉल और स्थानीय किसानों के उत्पादों की प्रदर्शनी ने बिजनौर महोत्सव को और भी रोचक बना दिया।
महोत्सव से जुड़े प्रमुख उद्देश्य
बिजनौर महोत्सव का उद्देश्य न केवल जिले की संस्कृति को संरक्षित करना बल्कि आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित करना था। इस महोत्सव ने बिजनौर के पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा दिया। जिलाधिकारी अग्रवाल ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक धरोहर को सहेजते हैं बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सुदृढ़ बनाते हैं।
आगे की योजनाएं
बिजनौर महोत्सव के सफल आयोजन के बाद अधिकारियों ने बताया कि आने वाले वर्षों में इस आयोजन को और भी भव्य रूप दिया जाएगा। जिला प्रशासन ने तय किया है कि बिजनौर महोत्सव को हर साल आयोजित किया जाएगा और इसमें पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, और युवाओं के लिए अवसर सृजित करने जैसे पहलुओं को भी शामिल किया जाएगा।
इस महोत्सव के साथ ही वृक्षारोपण का आयोजन पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक महत्वपूर्ण कदम था, जिससे जिला प्रशासन का पर्यावरण के प्रति समर्पण भी उजागर हुआ।
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