देवरिया: महिला सफाईकर्मी ने ग्राम प्रधान पर बरसाए चप्पल, वीडियो वायरल, सस्पेंशन और FIR दर्ज



देवरिया: महिला सफाईकर्मी ने ग्राम प्रधान पर चप्पल से हमला किया, वीडियो वायरल। FIR दर्ज, सफाईकर्मी सस्पेंड। जानें पूरा मामला।

देवरिया में महिला सफाईकर्मी और ग्राम प्रधान का विवाद: चप्पलों की बारिश से वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले का एक चौंकाने वाला मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पथरदेवा विकासखंड के नेरवारी गांव में महिला सफाईकर्मी ने ग्राम प्रधान पर चप्पलों से हमला कर दिया। यह पूरी घटना ग्राम प्रधान के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, और अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

इस विवाद के बाद, सफाईकर्मी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया और पुलिस ने उसके खिलाफ FIR दर्ज कर ली। यह मामला न केवल प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना, बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों के बीच बहस छेड़ दी है।

क्या है पूरा मामला?

घटना तब शुरू हुई जब महिला सफाईकर्मी अपने पेरोल पर सिग्नेचर कराने के लिए ग्राम प्रधान के घर पहुंची। वहां पेरोल को लेकर दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। कहासुनी इतनी बढ़ गई कि महिला सफाईकर्मी ने गुस्से में ग्राम प्रधान पर चप्पलों से हमला कर दिया।

ग्राम प्रधान के घर के सदस्यों और गांववालों ने किसी तरह मामले को शांत किया। इसके बाद ग्राम प्रधान ने इस घटना की शिकायत पुलिस से की।

वीडियो वायरल: विवाद की जड़ क्या थी?

घटना के वीडियो से साफ पता चलता है कि महिला सफाईकर्मी और ग्राम प्रधान के बीच पेरोल सिग्नेचर को लेकर तनाव था।

महिला सफाईकर्मी ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान जानबूझकर उसका काम नहीं कर रहे थे और बार-बार परेशान कर रहे थे।

वहीं, ग्राम प्रधान ने सफाईकर्मी के व्यवहार को अनुचित बताया और पुलिस कार्रवाई की मांग की।

प्रशासन का फैसला और कार्रवाई

जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, जिला पंचायत राज अधिकारी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी। एडीओ पंचायत ने घटना की पुष्टि की और इसे कर्मचारी आचरण नियमावली के खिलाफ पाया। इसके आधार पर महिला सफाईकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया।

जिला पंचायत राज अधिकारी ने कहा,
"हमने इस घटना का वीडियो देखा और जांच करवाई। दोषी पाए जाने पर महिला सफाईकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।"

पुलिस का बयान और FIR दर्ज

देवरिया पुलिस ने ग्राम प्रधान की तहरीर पर महिला सफाईकर्मी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने बताया कि मामला पूरी तरह से जांच में है और दोषियों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने के बाद लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।

कुछ लोग ग्राम प्रधान की आलोचना कर रहे हैं और सफाईकर्मी के समर्थन में खड़े हैं।

वहीं, कुछ लोगों ने महिला सफाईकर्मी के आचरण को अनुचित बताते हुए प्रशासन के फैसले का समर्थन किया।

क्या कहता है कानून?

कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत सरकारी कर्मचारियों को अनुशासन बनाए रखना जरूरी है।

इस मामले में महिला सफाईकर्मी का व्यवहार नियमावली के खिलाफ पाया गया।

FIR दर्ज होने के बाद सफाईकर्मी पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

इस घटना ने न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का माहौल बना दिया है। यह घटना सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच संवाद और व्यवहार की गंभीरता को उजागर करती है।




ऐसे मामलों से न केवल प्रशासन की छवि पर असर पड़ता है, बल्कि जनता के बीच भी सरकारी तंत्र की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं।

क्या आपको लगता है कि महिला सफाईकर्मी का आचरण सही था, या यह प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है?

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