देव दीपावली 2024: बनारस में देवलोक का आगमन, 25 लाख दीपों की जगमगाहट में होगा अद्भुत नज़ारा; उपराष्ट्रपति धनखड़ और CM योगी बने साक्षी
वाराणसी में देव दीपावली 2024: 25 लाख दीपों से सजी गंगा, उपराष्ट्रपति व मुख्यमंत्री होंगे साक्षी, भव्य महाआरती, लेजर शो और सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम।
वाराणसी, 12 नवंबर — धर्म और आस्था की नगरी काशी में देव दीपावली का उत्सव आज शाम को दिव्यता और आलोक का अद्भुत नज़ारा प्रस्तुत करेगा। इस पर्व पर वाराणसी के गंगा घाटों पर 25 लाख दीपों से सजी हुई पवित्र गंगा और घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगेगा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस भव्य महोत्सव में शामिल होकर देव दीपावली का शुभारंभ करेंगे।
इस महापर्व की शुरुआत शाम 6 बजे से होगी और रात 8 बजे तक काशी में देवताओं का स्वागत किया जाएगा। इस दौरान, भव्य महाआरती, लेजर शो और आतिशबाजी के संगम से काशी का हर घाट प्रकाशमय होगा।
17 लाख दीप जनसहभागिता से जलेंगे, सीएम और वीआईपी करेंगे विशेष पूजा
आज वाराणसी के घाटों पर 17 लाख दीपक जनसहभागिता से जलाए जाएंगे, जिनमें से 3 लाख से अधिक दीपक गोबर से बने होंगे। इसके साथ ही, काशी के नए “नमो घाट” का उद्घाटन उपराष्ट्रपति और सीएम योगी करेंगे, जहां विशेष फायर क्रैकर शो और लेजर शो आयोजित किए गए हैं। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी भी उपस्थित रहेंगे।
गंगा के किनारे अद्भुत झिलमिलाहट और आध्यात्मिक भव्यता के संगम को देखने के लिए 10 लाख से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक वाराणसी पहुंचे हैं। काशी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली माँ गंगा की महाआरती इस बार शौर्य की रजत जयंती के उपलक्ष्य में कारगिल शहीदों को समर्पित की जाएगी।
गंगा स्नान का महत्व और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान की परंपरा के अनुसार, आज सुबह से ही लाखों श्रद्धालु गंगा घाटों पर स्नान के लिए उमड़े। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान से पूरे कार्तिक मास के स्नान का पुण्य प्राप्त होता है। गंगा घाटों पर सुरक्षा के लिए पुलिस और जल पुलिस की तैनाती की गई है। साथ ही, एनडीआरएफ और मेडिकल टीमों को भी तैनात किया गया है ताकि भारी भीड़ के दौरान किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
गंगा में फ्लोटिंग डिवाइडर से लेन बनाकर नाविकों को नियमबद्ध तरीके से यात्रियों को बैठाने और लाइफ जैकेट पहनाने की सख्त हिदायत दी गई है।
काशी में सांस्कृतिक इतिहास की झलक
देव दीपावली के दिन काशी के चेत सिंह घाट पर योगी सरकार द्वारा 3D प्रोजेक्शन मैपिंग लेजर शो का आयोजन किया गया है, जिसमें सदियों पुराने धर्म, अध्यात्म और काशी के पौराणिक इतिहास को जीवंत किया जाएगा। घाटों के किनारे भव्य रंगोली, फसाड लाइट और झालरों की सजावट से पूरा शहर एक नई ऊर्जा में झूम उठेगा।
वाराणसी में नो फ्लाई जोन और सुरक्षा मानदंड
भीड़ की सुरक्षा के मद्देनजर वाराणसी को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है। 12 नवंबर की रात से लेकर 16 नवंबर की रात तक ड्रोन, पतंग और रिमोट संचालित उपकरणों के उड़ान पर रोक लगा दी गई है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि सभी घाटों पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है और स्वास्थ्यकर्मियों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
गंगा के आरती स्थल पर भक्तों का महासागर
शाम होते ही काशी की संकरी गलियों से लेकर घाटों तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। दशाश्वमेध घाट पर विशेष आरती में 21 अर्चक और 42 देव कन्याएं मिलकर ऋद्धि-सिद्धि के प्रतीक स्वरूप गंगा की महाआरती करेंगी। इस अवसर पर शंखनाद और डमरूओं की गूंज से घाट का माहौल आध्यात्मिक और भव्य बनेगा।
गंगा सेवा निधि द्वारा इस अवसर पर एक नई वेबसाइट का शुभारंभ किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को जानकारी प्राप्त हो सके। देव दीपावली पर काशी की दिव्यता और परंपरा का अनुपम दृश्य देखने के लिए लाखों श्रद्धालु और पर्यटक पहुंच रहे हैं।
आज की देव दीपावली पर वाराणसी में आस्था, आध्यात्मिकता और भारतीय परंपरा का संगम पूरे विश्व को सनातन की भव्यता का दर्शन कराएगा।
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