गाजीपुर में भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी पाई गईं एआरटीओ सौम्या पांडे को मुख्यालय अटैच किया गया। ड्राइवरों से अवैध वसूली और अन्य गंभीर आरोपों की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई।
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एआरटीओ (अपर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी) के पद पर तैनात सौम्या पांडे को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के बाद लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। आरोप है कि सौम्या पांडे ने गाड़ियों के कागजात सही होने पर भी उन पर कार्रवाई की और अवैध वसूली में लिप्त रहीं।
गाजीपुर के विभिन्न ड्राइवरों ने आरोप लगाया कि पांडे अक्सर सही कागजात के बावजूद उनकी गाड़ियों को सीज कर देती थीं। हाल ही में, जिलाधिकारी, एडीएम और एसपी सिटी की जांच में यह पाया गया कि पांडे भ्रष्टाचार में संलिप्त थीं, जिसके बाद उन पर विभागीय कार्रवाई करते हुए मुख्यालय से अटैच कर दिया गया।
अवैध वसूली और ड्राइवरों पर दबाव
सूत्रों के अनुसार, एआरटीओ पांडे ने कई ट्रक चालकों से अवैध रूप से धनराशि वसूलने का प्रयास किया। बिहार के बक्सर के निवासी पंकज सिंह और लखनऊ के विपिन बाबू ने आरोप लगाया कि एआरटीओ ने उनके ट्रकों को ओवरलोड दिखाकर रोका और पैसे न देने पर जबरन उनके वाहन के एक्सेल खोलवा कर आरटीओ कार्यालय में रखवा दिए।
परिवहन मंत्री की नाराजगी और जांच
हाल ही में उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बलिया से लखनऊ जाते समय ओवरलोड ट्रकों को खुद पकड़ लिया। मंत्री ने मामले में कार्रवाई के लिए एआरटीओ पांडे को मौके पर बुलाया, लेकिन पांडे कई घंटे बाद भी नहीं पहुंचीं। इस घटना के बाद मंत्री ने बलिया के एआरटीओ को बुलाकर कार्रवाई करवाई।
मुख्यालय अटैच और ड्राइवर की भूमिका
शिकायतों के अनुसार, पांडे का पर्सनल ड्राइवर सत्येंद्र यादव, और एक बाहरी व्यक्ति, कन्हैया, ट्रक मालिकों से नगद और डिजिटल माध्यमों से पैसे वसूलते थे। यह भी आरोप है कि ड्राइवर और अन्य सहयोगियों ने फोनपे के जरिए ट्रक मालिकों से रिश्वत ली। जांच में यह पाया गया कि ट्रकों के सही कागजात होने पर भी पांडे ने उन्हें पुलिस चौकी पर रोका और वसूली के लिए दबाव बनाया।
विभागीय जांच के निष्कर्ष
जांच के बाद प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर सौम्या पांडे को तुरंत प्रभाव से लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर दिया गया। पांडे पर लगे आरोपों की पुष्टि की गई और कार्रवाई की सिफारिश की गई।
मेडिकल छुट्टी पर सौम्या पांडे
गौरतलब है कि सौम्या पांडे पिछले डेढ़ महीने से मेडिकल आधार पर छुट्टी पर हैं, जिससे कई मामलों में उनकी अनुपस्थिति ने भी सवाल उठाए। यह भी सामने आया कि पांडे के कारण ट्रक मालिकों को अवैध वसूली का सामना करना पड़ा और विभागीय आदेशों का उल्लंघन हुआ।
गाजीपुर जिले में एआरटीओ सौम्या पांडे पर लगे आरोप गंभीर हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और ड्राइवरों से अवैध वसूली के मामलों ने प्रशासन और जनता के बीच हलचल मचा दी है।
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