गाजीपुर में धर्मांतरण का बड़ा खुलासा! बरेसर क्षेत्र में सैकड़ों को बाइबिल पढ़ाने और धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में 6 गिरफ्तार।
गाजीपुर में धर्मांतरण का खुलासा: पुलिस की छापेमारी में 6 गिरफ्तार, गांववालों का बयान
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के बरेसर थाना क्षेत्र से धर्मांतरण का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया, जो शक्कापुर गांव में सैकड़ों ग्रामीणों को बाइबिल पढ़ा रहे थे और कथित तौर पर उनका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने सैकड़ों ग्रामीणों को एकत्र कर धार्मिक सामग्री और बाइबिल की सहायता से धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू की थी। शिकायतकर्ता दयाशंकर तिवारी की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की और इस संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रोक दिया।
घटना का पूरा विवरण
गाजीपुर के शक्कापुर गांव में शुक्रवार को यह घटना सामने आई। पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग ग्रामीणों को बाइबिल की शिक्षा देकर उनका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि बड़ी संख्या में लोग वहां इकट्ठा थे और कथित तौर पर बाइबिल का अध्ययन कर रहे थे।
पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे धर्म परिवर्तन से संबंधित गतिविधियां कर रहे थे। पुलिस ने मौके से प्रेमचंद, अनिल कुमार, राम योगेश बिंद, राम अवध, रितेश कुमार और बब्बन राम को गिरफ्तार किया। इनके पास से बाइबिल और अन्य प्रचार सामग्री भी बरामद हुई है।
कैसे हुआ खुलासा?
गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर निवासी दयाशंकर तिवारी ने पुलिस को सूचना दी थी कि शक्कापुर गांव में सैकड़ों लोग इकट्ठा हैं और कुछ लोग उन्हें दूसरे धर्म की शिक्षा दे रहे हैं। पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और आरोपियों को धर दबोचा।
दयाशंकर ने बताया कि यह मामला धीरे-धीरे बढ़ रहा था और गांव के कई लोग इन गतिविधियों में शामिल हो रहे थे। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई की।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों के खिलाफ धारा 153A और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि यह मामला धार्मिक भावनाओं को भड़काने और लोगों को गुमराह करने का है।
गिरफ्तारी के बाद, गांव में मौजूद सैकड़ों लोग अपने-अपने घर लौट गए। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
गाजीपुर में पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
यह कोई पहला मामला नहीं है, जब गाजीपुर में धर्म परिवर्तन से संबंधित गतिविधियां सामने आई हों। कुछ दिनों पहले बिरनो थाना क्षेत्र के पारा गांव में भी इसी तरह की घटना हुई थी, जिसमें 2 से 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
गांव के लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की। उनका कहना है कि ऐसे मामलों पर सख्त रोक लगनी चाहिए ताकि गांव की एकता और सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे।
क्या कहती है कानून व्यवस्था?
धर्म परिवर्तन से जुड़े मामलों में पुलिस की जिम्मेदारी है कि वह कानून व्यवस्था बनाए रखे और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को रोके। गाजीपुर की यह घटना एक उदाहरण है कि कैसे सतर्कता से संभावित सामाजिक तनाव को टाला जा सकता है।
गाजीपुर में धर्मांतरण की इस घटना ने पूरे क्षेत्र का ध्यान खींचा है। पुलिस की तत्परता और सख्त कार्रवाई से साफ है कि प्रशासन ऐसे मामलों को हल्के में नहीं ले रहा। लेकिन यह सवाल उठता है कि ऐसे मामले बार-बार क्यों सामने आ रहे हैं?
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