पीएम मोदी ने भारत रत्न से सम्मानित लालकृष्ण आडवाणी को उनके 97वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं, उनके लंबे जीवन की कामना की।
नई दिल्ली : भारतीय राजनीति के स्तंभ और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का आज 97वां जन्मदिन मनाया जा रहा है। इस विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से बधाई देने उनके निवास स्थान पर पहुंचे।
प्रधानमंत्री मोदी, जो वर्तमान में महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, दिल्ली लौटने के बाद सीधे आडवाणी जी के घर पहुंचे और उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट कर उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की। सोशल मीडिया पर भी पीएम मोदी ने आडवाणी जी के साथ अपनी तस्वीर साझा की और एक भावुक संदेश लिखते हुए उन्हें भारत का प्रेरणास्त्रोत बताया।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'X' पर अपने संदेश में कहा, "लालकृष्ण आडवाणी जी को उनके जन्मदिन पर ढेरों शुभकामनाएं। उनका जीवन देश के लिए समर्पित रहा है और वह हमारे समाज के लिए एक प्रेरणा हैं। मुझे उनसे वर्षों तक मार्गदर्शन मिला है और मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।"
भारतीय राजनीति में लालकृष्ण आडवाणी का योगदान
लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को तत्कालीन ब्रिटिश भारत के कराची (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उनके शुरुआती जीवन और शिक्षाओं ने ही उन्हें एक मजबूत और सिद्धांतों पर आधारित नेता के रूप में उभारा। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत राजस्थान से की और आगे चलकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के संस्थापकों में से एक बने।
1970 में वह पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने। बाद में, 1989 में, उन्होंने लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद में प्रवेश किया। आडवाणी का राजनीतिक करियर भारत के राजनीतिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, खासकर उस समय जब उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने राष्ट्रीय राजनीति में एक प्रमुख स्थान हासिल किया।
भारत रत्न से सम्मानित लालकृष्ण आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न" से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान उन्हें भारतीय राजनीति और समाज में उनके अपार योगदान के लिए दिया गया। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने कई चुनावों में शानदार सफलता हासिल की, और वह 1998 से 2004 तक केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान उप प्रधानमंत्री भी रहे।
आडवाणी की मेहनत और ईमानदारी के चलते ही बीजेपी आज भारत की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। आडवाणी ने अपने पूरे जीवन को भारत के विकास और कल्याण के लिए समर्पित किया है। उनके समर्थक उन्हें एक कद्दावर नेता के रूप में याद करते हैं, जिनका योगदान हमेशा भारतीय राजनीति के इतिहास में अमर रहेगा।
जन्मदिन पर बधाईयों का सिलसिला
लालकृष्ण आडवाणी के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने वालों का सिलसिला लगातार जारी है। बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें फोन और सोशल मीडिया के माध्यम से शुभकामनाएं दी हैं।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी एक बयान जारी कर कहा, "लालकृष्ण आडवाणी जी हमारे प्रेरणास्त्रोत और मार्गदर्शक हैं। उनका जीवन हम सबके लिए एक उदाहरण है, और उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।"
राजनीतिक अनुभव और ज्ञान का खजाना
लालकृष्ण आडवाणी की राजनीति में गहरी समझ और अनुभव का ही नतीजा है कि भारतीय राजनीति में आज बीजेपी का कद इतना ऊँचा हो सका है। उन्होंने अपने नेतृत्व में पार्टी को मजबूत और संगठित बनाया। आज भी बीजेपी के युवा नेता उनसे प्रेरणा लेते हैं और उनके मार्गदर्शन को अमूल्य मानते हैं।
आडवाणी का जीवन एक ऐसे नेता की कहानी है, जिसने अपने सिद्धांतों और कर्तव्यपरायणता को कभी नहीं छोड़ा। उनकी जीवन यात्रा भारतीय राजनीति के लिए एक पाठशाला के समान है।
लालकृष्ण आडवाणी का नाम भारतीय राजनीति के इतिहास में सदैव स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। उनका जन्मदिन न केवल बीजेपी के लिए, बल्कि समस्त भारतीय राजनीति के लिए एक विशेष दिन है। उनके नेतृत्व, उनकी मेहनत और उनके समर्पण को आज हर कोई सलाम कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस विशेष मुलाकात ने यह सिद्ध कर दिया कि लालकृष्ण आडवाणी का भारतीय राजनीति में योगदान हमेशा सम्माननीय रहेगा और उनके मार्गदर्शन को आने वाली पीढ़ियाँ भी याद रखेंगी।
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