गंगा घाट तिगरी मेले के लिए मंडी धनौरा से बस सेवा की मांग, किराए और सुविधाओं को लेकर किसान यूनियन ने उठाई आवाज




तिगरी गंगा मेले के लिए मंडी धनौरा से बस सेवा की मांग, किराए की सीमा तय करने, और अन्य सुविधाओं के लिए किसान यूनियन का विरोध।

अमरोहा मंडी धनौरा नरेश सागर ब्यूरो चीफ अमरोहा

अमरोहा जिले में तिगरी गंगा घाट मेले के आयोजन को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी हैं, वहीं दूसरी ओर इस बार किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रमुख मांगें उठाई हैं। भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के राष्ट्रीय सचिव डॉ. सुमित कुमार नागर के नेतृत्व में संगठन के सदस्यों ने एक बैठक का आयोजन किया, जिसमें तिगरी मेले के लिए मंडी धनौरा से बस सेवा, किराए में पारदर्शिता, और बुनियादी सुविधाओं को लेकर चर्चा की गई।

इस बैठक में संगठन की तरफ से कई अहम मांगों को अमरोहा के डीएम को संबोधित करते हुए उठाया गया है। सबसे पहली और प्रमुख मांग यह है कि मेले के दौरान मंडी धनौरा से तिगरी गंगा घाट तक विशेष बस सेवा उपलब्ध कराई जाए। इससे मेले में आने वाले ग्रामीण यात्रियों को सुविधा होगी और उन्हें यात्रा करने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। संगठन का कहना है कि इस बस सेवा का किराया भी निश्चित किया जाना चाहिए ताकि यात्री ज्यादा किराया न भरें।

ई-रिक्शा किराए पर अंकुश की मांग

इसके अलावा, संगठन ने यह भी मांग रखी है कि गजरौला चौपाल से तिगरी घाट तक चलने वाले ई-रिक्शा चालक यात्रियों से अत्यधिक किराया वसूल रहे हैं। संगठन का कहना है कि श्रद्धालुओं को मनमाना किराया चुकाना पड़ता है, जो कि अनुचित है। भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने प्रशासन से आग्रह किया है कि ई-रिक्शा किराए पर रोक लगाई जाए ताकि यात्रियों का शोषण न हो और उन्हें सही कीमत पर यात्रा की सुविधा मिल सके।

शराब के ठेके बंद करने की मांग

तिगरी गंगा मेले की पवित्रता और आयोजन की महत्ता को ध्यान में रखते हुए संगठन ने यह भी आग्रह किया है कि मेले के दौरान जिले के सभी शराब के ठेके बंद किए जाएं। उन्होंने प्रशासन से निवेदन किया कि श्रद्धालुओं की आस्था और धार्मिक भावना को बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया जाए। इससे मेले का माहौल पवित्र रहेगा और श्रद्धालु मन की शांति से गंगा घाट पर आकर धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा ले सकेंगे।

सड़क मरम्मत और बुनियादी सुविधाओं की मांग

तिगरी गंगा मेले के आयोजन में हर साल लाखों श्रद्धालु गंगा घाट पर स्नान करने आते हैं, लेकिन वहां तक पहुंचने के रास्तों की स्थिति खराब होती जा रही है। भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने प्रशासन से मांग की है कि तिगरी घाट जाने वाले सभी मुख्य मार्गों की मरम्मत कराई जाए ताकि श्रद्धालुओं को यात्रा में परेशानी न हो। इसके अलावा, मेले में लाइट और पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए ताकि रात के समय मेले में आए लोगों को सुविधा हो और किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।

प्रशासन को सौंपा मांग पत्र

इस मीटिंग में संगठन के प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें जय सिंह सैनी, रामपाल सिंह, वीरेंद्र सिंह, नीरज कुमार, रणवीर सिंह यादव, कोशिंदर सिंह, चंद्रपाल सिंह चौहान, सुभाष यादव, चंद्रपाल यादव और अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित थे। इन सभी ने एकजुट होकर डीएम अमरोहा से इन मांगों पर जल्द कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

डॉ. सुमित कुमार नागर ने बताया कि तिगरी गंगा मेला अमरोहा जिले का एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि इन मांगों को पूरा करने से मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को सहूलियत होगी और वे सुरक्षित एवं आरामदायक यात्रा का अनुभव कर सकेंगे।

संगठन ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि इन मांगों पर जल्द ही उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। संगठन ने कहा है कि यह केवल श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नहीं बल्कि अमरोहा जिले की छवि को बनाए रखने के लिए भी जरूरी है।

किसानों और ग्रामीणों की बड़ी उम्मीदें

तिगरी गंगा मेले का आयोजन हमेशा से अमरोहा जिले के लिए गर्व का विषय रहा है, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की उम्मीदों और आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किसान यूनियन ने एक सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन इन मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई करता है, तो यह जिला और इसके प्रशासनिक अधिकारियों की एक सकारात्मक छवि प्रस्तुत करेगा।

किसान यूनियन के इस कदम से मेले में आने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छा संदेश गया है और प्रशासन पर दबाव भी बढ़ा है। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इन मांगों को कितनी जल्दी मानता है और किस हद तक श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं।

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