नोएडा: आतिशबाजी से बग्गी में लगी आग, बाल-बाल बचे दूल्हा और बाराती, आरडब्ल्यूए ने की हर्ष आतिशबाजी पर प्रतिबंध की मांग



नोएडा के सेक्टर-34 में शादी समारोह के दौरान आतिशबाजी से बग्गी में आग लग गई। दूल्हा और बाराती बाल-बाल बचे। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से हर्ष आतिशबाजी पर रोक लगाने की मांग की।

नोएडा में शादी समारोह के दौरान बड़ा हादसा, दूल्हे की बग्गी में लगी आग

शुक्रवार रात नोएडा के सेक्टर-34 स्थित अरावली अपार्टमेंट में एक शादी समारोह का जश्न मातम में बदलते-टलते रह गया। आतिशबाजी के दौरान दूल्हे की बग्गी में अचानक आग लग गई। गनीमत रही कि दूल्हा और बाराती वक्त रहते सुरक्षित बच गए। यह हादसा शादी समारोह के दौरान की गई हर्ष आतिशबाजी के कारण हुआ, जिसने दूल्हा-दुल्हन के परिवार और बारातियों को झकझोर कर रख दिया।

दूल्हे के उतरते ही बग्गी बनी आग का गोला

बारात जैसे ही दुल्हन के घर पहुंची, तो जश्न का माहौल अपने चरम पर था। जैसे ही दूल्हा बग्गी से उतरा, उसी वक्त आतिशबाजी की एक चिंगारी बग्गी के साज-सामान में जा गिरी। देखते ही देखते बग्गी धू-धू कर जलने लगी। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बग्गी पूरी तरह जल चुकी थी।

इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन यह घटना लोगों को सोचने पर मजबूर कर गई कि हर्ष आतिशबाजी कितनी खतरनाक हो सकती है।

आरडब्ल्यूए की सख्त मांग: नोएडा में हर्ष आतिशबाजी पर लगे प्रतिबंध

इस घटना के बाद अरावली अपार्टमेंट की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा है। पत्र में शादी समारोहों और अन्य आयोजनों में की जाने वाली हर्ष आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।

आरडब्ल्यूए अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने बताया,
"नोएडा पहले से ही वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर पर है। यहां ग्रैप-4 लागू है, लेकिन इसके बावजूद शादी समारोहों में अनियंत्रित आतिशबाजी हो रही है। यह न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है बल्कि दुर्घटनाओं का भी बड़ा कारण बन रही है।"

हर्ष आतिशबाजी से बढ़ रहा वायु प्रदूषण और दुर्घटनाओं का खतरा

धर्मेंद्र शर्मा ने आगे बताया कि शादी के मौसम में हर दिन सैकड़ों समारोह होते हैं, जिनमें देर रात तक आतिशबाजी की जाती है। यह वायु प्रदूषण को खतरनाक स्तर तक पहुंचा देती है। उन्होंने कहा कि यह समस्या सिर्फ प्रदूषण तक सीमित नहीं है। हर्ष आतिशबाजी से झुलसने की घटनाएं और अन्य दुर्घटनाएं आम हो गई हैं।

स्थानीय लोग परेशान: "हर शादी में हो रही आतिशबाजी से चैन नहीं"

नोएडा निवासी दीपक सिंह ने कहा,
"हमारा क्षेत्र पहले से ही वायु प्रदूषण और शोर प्रदूषण की चपेट में है। हर्ष आतिशबाजी ने इसे और बदतर बना दिया है।"

दुर्घटनाएं रोकने के लिए सख्त नियमों की दरकार

विशेषज्ञों के अनुसार, हर्ष आतिशबाजी से होने वाले हादसे अक्सर बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। शादी समारोह में सुरक्षा प्रबंधों को अनदेखा करना और अनियंत्रित आतिशबाजी बड़े हादसों का कारण बनती है।

नोएडा प्रशासन से उम्मीदें: हर्ष आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाएं

स्थानीय निवासियों और आरडब्ल्यूए ने जिलाधिकारी से अपील की है कि शादी और अन्य समारोहों में हर्ष आतिशबाजी को नियंत्रित करने के लिए सख्त नियम बनाए जाएं।

नोएडा प्रशासन को चाहिए कि वह हर्ष आतिशबाजी के लिए अनुमति प्रक्रिया को और कड़ा करे। साथ ही, आयोजकों को सख्त निर्देश दिए जाएं कि आतिशबाजी से पहले सुरक्षा के सभी उपाय सुनिश्चित करें।




जश्न में सुरक्षा को बनाएं प्राथमिकता

नोएडा में हुई यह घटना एक चेतावनी है कि हर्ष आतिशबाजी न केवल पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है, बल्कि जान-माल की हानि का भी बड़ा कारण बन सकती है। ऐसे में यह जरूरी है कि लोग जश्न के दौरान सुरक्षा को प्राथमिकता दें और प्रशासन इस दिशा में सख्त कदम उठाए।

"हर्ष आतिशबाजी की चिंगारी से न हो और हादसे, नोएडा प्रशासन को करना होगा सख्त कदम!"

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