मछलीशहर में तीन दिवसीय स्काउट गाइड शिविर का समापन: आत्मनिर्भरता और अनुशासन के गुण सीखने का अनूठा अवसर




मछलीशहर में तीन दिवसीय स्काउट गाइड शिविर का समापन, छात्रों ने सीखे अनुशासन और आत्मनिर्भरता के महत्वपूर्ण पाठ।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट

मछलीशहर (कुंवरपुर) – होरिल राव इंटर कॉलेज, कुंवरपुर में तीन दिवसीय स्काउट गाइड शिविर का समापन हुआ, जिसमें आत्मनिर्भरता, अनुशासन और चरित्र निर्माण पर केंद्रित गतिविधियाँ संपन्न हुईं। मुख्य अतिथि, पंवारा थाना अध्यक्ष प्रियंका सिंह ने छात्रों को मोबाइल का विवेकपूर्ण उपयोग और साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने का आह्वान किया। उन्होंने अपने भाषण में छात्रों को जीवन में आत्मविश्वास और सजगता के महत्व पर जोर दिया।

शिविर में बच्चों ने सीखे अनुशासन और नैतिकता के पाठ

शिविर का उद्देश्य छात्रों को विषम परिस्थितियों में सही निर्णय लेने और समाज की सेवा के प्रति समर्पित जीवन जीने की प्रेरणा देना था। मुख्य वक्ता, सरस्वती इंटर कॉलेज ऊंचगांव के प्रधानाचार्य घनश्याम पटेल ने स्काउट गाइड के मूल उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि स्काउटिंग में शामिल होने से छात्रों में कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और निर्भीकता जैसे गुणों का विकास होता है, जो उन्हें किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार बनाते हैं।

साइबर सुरक्षा और नैतिकता पर जोर

विशिष्ट अतिथि सत्येंद्र पटेल, एसआई पंवारा ने छात्रों को इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग करने और अपनी निजी जानकारी साझा न करने की सलाह दी। उन्होंने साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे को देखते हुए, छात्रों से अनजान व्यक्तियों से ऑनलाइन दोस्ती करने से बचने की हिदायत दी।

डॉ. देवेंद्र नाथ दीक्षित, उप प्रधानाचार्य ने किशोरावस्था को जीवन निर्माण का महत्वपूर्ण काल बताया और छात्रों को अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि इस उम्र में बच्चों की सोच और निर्णय उनके भविष्य को आकार देते हैं।

अनुशासन, सेवा और राष्ट्रभक्ति के लिए प्रेरित हुए छात्र

शिविर के समापन पर प्रधानाचार्य रवींद्र नाथ शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तकनीकी युग में बच्चों को अनुशासन और नैतिकता का मार्ग दिखाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, परन्तु असंभव नहीं। उन्होंने कहा कि स्काउटिंग बच्चों को समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करती है।

शिविर में छात्रों ने जहां मनोहारी टेंट सजाए, वहीं सामूहिक भोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिसे देखकर अतिथिगण प्रसन्न हुए। स्काउट शिक्षक डॉ. हरीश कुमार के निर्देशन में आयोजित इस शिविर में बच्चों ने आत्मनिर्भरता और नेतृत्व कौशल सीखे।

कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ प्रवक्ता आशुतोष चंद्र सिंह ने सभी अतिथियों, शिक्षकों और बच्चों को इस शिविर के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर ट्रेनर धर्मराज विश्वकर्मा, रवि शंकर लव कुश, आलोक कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह, राजेंद्र प्रसाद मौर्य, अभिमन्यु सिंह, श्रीमती अर्चना, आनंद चौरसिया, देवी प्रसाद पांडे, हृदय प्रकाश सहित अन्य शिक्षक और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

शिविर के मुख्य आकर्षण

छात्रों के लिए साइबर सुरक्षा और सावधानियाँ

अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा पर जोर

विषम परिस्थितियों में आत्मनिर्भरता का पाठ

सांस्कृतिक कार्यक्रम और टेंट सजावट की प्रदर्शनी


इस शिविर ने न केवल छात्रों के व्यक्तित्व को निखारा, बल्कि उन्हें सामाजिक जिम्मेदारी और अनुशासन के साथ जीने का महत्त्व भी सिखाया।

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