तिगरीधाम मेला 2024: गंगा तट पर किसानों की खुशहाली के लिए यज्ञ-हवन, खिचड़ी प्रसाद और अव्यवस्थाओं पर नाराजगी!



तिगरीधाम मेला 2024: गंगा तट पर यज्ञ-हवन, खिचड़ी प्रसाद, किसानों की खुशहाली, अवैध वसूली का विरोध, और प्रशासन को कड़े संदेश।

नरेश सागर अमरोहा जिला संवाददाता

उत्तर प्रदेश के गजरौला में स्थित तिगरीधाम मेला हर साल की तरह इस बार भी गंगा तट पर सजीव हो उठा है। भारतीय किसान यूनियन (संयुक्त मोर्चा) द्वारा इस मेले में किसानों की खुशहाली और उनकी समस्याओं के समाधान हेतु एक अनोखा आयोजन किया गया। मेले की शुरुआत गंगा नदी में यज्ञ-हवन और दुग्धाभिषेक के साथ हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं और किसानों ने भाग लिया। इसके बाद सभी को खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया गया। साथ ही, भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा के कैंप कार्यालय का उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी द्वारा रिवन काटकर किया गया।

गंगा तट पर किसानों के हक की पुकार: क्या कहा नरेश चौधरी ने?

गंगा तट पर राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने कहा, "तिगरीधाम का यह मेला मध्य उत्तर भारत का एकमात्र ग्रामीण मेला है, जो गंगा के दोनों ओर लगता है और इसे यहाँ के किसानों और श्रद्धालुओं के लिए समर्पित किया गया है। लेकिन दुःख की बात है कि मेले में उचित प्रकाश व्यवस्था, सुव्यवस्थित सड़कें और सूचना केंद्र जैसी बुनियादी सुविधाओं का सर्वथा अभाव है।"

उन्होंने बताया कि इस मेले में हजारों श्रद्धालु और किसान आते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इनकी सुरक्षा और सुविधा का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया। "जनप्रतिनिधियों को यहां आकर श्रद्धालुओं और किसानों की समस्याओं का संज्ञान लेना चाहिए था, परंतु वे केवल दिखावे तक सीमित रहे।"

अवैध वसूली का विरोध और दुकानदारों को सुझाव

मेले में लगी दुकानों से अवैध वसूली का मुद्दा भी उठाया गया। नरेश चौधरी ने कहा कि अवैध वसूली से श्रद्धालुओं पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है। उन्होंने मेला प्रशासन से अपील की कि मेले में सस्ती और गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं उपलब्ध करवाई जाएं, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना न करना पड़े। साथ ही, उन्होंने स्थानीय प्रशासन से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि कोई भी दुकान अवैध रूप से वसूली न करे और उत्पादों की उचित दर तय की जाए।

अधोमानक डिवाइडर से दुर्घटना की आशंका

संयुक्त मोर्चा के उपाध्यक्ष विजयवीर सिंह ने बताया कि कुमराला से तिगरीधाम स्वागत द्वार तक जिला प्रशासन ने सड़क के मध्य में अधोमानक डिवाइडर लगाए हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। मेले के दौरान डिवाइडर से टकराने के कारण कई श्रद्धालु दुर्घटनाग्रस्त हुए और उन्हें अपने घर लौटना पड़ा। प्रशासन से अपील की गई है कि इन डिवाइडरों को तुरंत हटाकर उचित व्यवस्था की जाए।

गन्ना मूल्य को लेकर भी उठी आवाज

विजयवीर सिंह ने गन्ना किसानों के हितों की बात करते हुए कहा कि इस बार गन्ना का समर्थन मूल्य 450 रुपए प्रति कुंतल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए यह वृद्धि आवश्यक है, ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।

किसानों का समर्थन और उनकी एकजुटता

मेले में विजयवीर सिंह, रवि चौधरी, अमित चिमा, चंद्रपाल सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, विकास चौधरी, संजीव चौधरी, कपिल चौधरी, सीमा चौधरी समेत कई किसान नेताओं और किसानों की मौजूदगी रही।

तिगरीधाम मेला 2024 में जहां श्रद्धा और भक्ति का संगम दिखा, वहीं किसानों की समस्याओं का एक बड़ा मुद्दा भी उठा। यह मेला किसानों की आवाज़ को बुलंद करने का एक मंच बना और एक संदेश दिया कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए उन्हें संगठित होना पड़ेगा।

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