UP: स्कूल के टॉयलेट में मिला स्पाई कैमरा, छात्राओं ने पकड़ा संदिग्ध, पुलिस जांच में जुटी



सोनभद्र जिले में स्कूल के टॉयलेट में स्पाई कैमरा मिलने का मामला सामने आया है। छात्राओं ने आरोपी को पकड़कर टीचर्स के हवाले किया। पुलिस जांच कर रही है।

सोनभद्र के स्कूल में टॉयलेट में स्पाई कैमरा मिलने से हड़कंप। छात्राओं ने आरोपी को पकड़ा। पुलिस जांच में जुटी। पढ़ें पूरी खबर।

स्कूल के टॉयलेट में स्पाई कैमरा मिलने से हड़कंप

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक स्कूल के छात्राओं के टॉयलेट में एक स्पाई कैमरा लगाया गया पाया गया। इस घटना ने स्कूल प्रशासन और स्थानीय लोगों को सकते में डाल दिया है। घटना स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ब्रह्मदेव चौधरी इंटर कॉलेज की है, जो राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के धुरिया गांव में स्थित है।

कैसे हुआ मामले का खुलासा?

घटना का खुलासा तब हुआ जब सुबह स्कूल खुलने के बाद एक छात्रा शौचालय गई और दीवार पर एक छोटे कैमरे को देखा। कैमरा देखते ही वह चौंक गई और इसे बाहर निकालकर अन्य छात्राओं को दिखाया। जैसे ही यह खबर स्कूल में फैली, सभी छात्राएं और शिक्षक सकते में आ गए।

संदिग्ध युवक को पकड़कर टीचर्स के हवाले किया

कैमरा मिलने के बाद छात्राओं ने सतर्कता दिखाते हुए एक संदिग्ध युवक को पकड़ लिया। उसे तुरंत टीचर्स के हवाले कर दिया गया। स्कूल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए स्थानीय पुलिस को सूचना दी। राबर्ट्सगंज थाने की पुलिस भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंची और संदिग्ध युवक से पूछताछ शुरू की।

छात्राओं और अभिभावकों में आक्रोश

घटना के बाद छात्राओं में डर और गुस्सा देखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि टॉयलेट में लगाया गया कैमरा अश्लील वीडियो बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया होगा। अभिभावकों को जब इस मामले की जानकारी हुई तो वे भी स्कूल में जमा हो गए और विरोध जताया।

पुलिस जांच में जुटी

पुलिस ने संदिग्ध युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कैमरा कब और किसने लगाया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोगों का विरोध

घटना के बाद स्थानीय लोग भी स्कूल परिसर में इकट्ठा हो गए और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की। छात्राओं ने थाने में लिखित शिकायत देकर दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की है।

कैमरा लगाने का मकसद क्या था?

प्राथमिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि कैमरा छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाने के लिए लगाया गया होगा। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या यह काम अकेले संदिग्ध युवक का है या इसके पीछे कोई संगठित साजिश है।

स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल

इस घटना ने स्कूल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। टॉयलेट जैसे संवेदनशील स्थान पर इस तरह का कैमरा लगना प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है।

पुलिस का बयान

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और कैमरे की फुटेज को भी खंगाला जाएगा। पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

मनोवैज्ञानिक और समाजशास्त्रियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं न केवल बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालती हैं। स्कूल प्रशासन को सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की सलाह दी गई है।

सोनभद्र की यह घटना छात्राओं की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल उठाती है। अब देखना यह होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और दोषियों को कब तक सजा मिलती है।

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