अतुल सुभाष सुसाइड केस: पत्नी निकिता गुरुग्राम से गिरफ्तार, सास-साला प्रयागराज में दबोचे गए, चाचा अब भी फरार



अतुल सुभाष सुसाइड केस में बड़ी कार्रवाई, पत्नी निकिता गुरुग्राम से गिरफ्तार, सास-साला प्रयागराज में पकड़े गए, चाचा की तलाश जारी।


बेंगलुरु पुलिस की बड़ी कामयाबी
बेंगलुरु के चर्चित अतुल सुभाष सुसाइड केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने आत्महत्या के आरोपी अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही उनकी सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग को प्रयागराज से हिरासत में लिया गया है। हालाँकि, इस केस का मुख्य आरोपी और निकिता का चाचा सुशील सिंघानिया अब भी फरार है।

गुरुग्राम से निकिता और प्रयागराज से निशा-अनुराग गिरफ्तार

14 दिसंबर को बेंगलुरु पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम में गिरफ्तार किया। उसी दिन, पुलिस ने प्रयागराज में छापा मारकर निशा और अनुराग को दबोच लिया। तीनों को प्रयागराज की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, निकिता गुरुग्राम में फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर छिपी हुई थी, जबकि निशा और अनुराग प्रयागराज में अलग-अलग ठिकानों पर रह रहे थे। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी को लेकर कई शहरों में ऑपरेशन चलाया।

सुशील सिंघानिया की तलाश जारी

अभी भी केस का एक मुख्य आरोपी और निकिता का चाचा सुशील सिंघानिया फरार है। पुलिस ने उसकी तलाश में जौनपुर और अन्य इलाकों में कई स्थानों पर छापेमारी की है।

अतुल सुभाष सुसाइड केस का पूरा मामला

9 दिसंबर को बेंगलुरु के एक निजी अपार्टमेंट में अतुल सुभाष ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मौत से पहले उन्होंने एक 1 घंटे का वीडियो और 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी निकिता, सास निशा, साले अनुराग, चाचा सुशील और फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक पर गंभीर आरोप लगाए।

अतुल ने अपने वीडियो और सुसाइड नोट में कहा था:

> "मेरी मौत के लिए मेरी पत्नी और उसके परिवार वाले जिम्मेदार हैं। पिछले कुछ सालों से मुझ पर झूठे केस लादे जा रहे हैं। मेरी पत्नी ने मेरे खिलाफ 9 फर्जी केस किए और मेरे बेटे को मुझसे छीन लिया। मैं कोर्ट के आदेश के अनुसार हर महीने 40,000 रुपये भेजता था, लेकिन मुझसे 80,000 रुपये की डिमांड की गई। यह मेरी पूरी सैलरी के बराबर है। मेरी पत्नी खुद अच्छी-खासी कमाई करती है, फिर भी मुझे प्रताड़ित किया गया।"


जज रीता कौशिक पर भी आरोप

अतुल ने फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक पर भी भ्रष्टाचार और पक्षपात के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जज ने निकिता के झूठे दावों का समर्थन किया और 3 करोड़ रुपये की मांग को जायज ठहराया। जब अतुल ने इसका विरोध किया तो उन्हें 5 लाख रुपये रिश्वत देने का सुझाव दिया गया।

पिता का बयान आया सामने

अतुल के पिता पवन मोदी ने मीडिया को बताया कि उनका बेटा कई महीनों से परेशान था। उन्होंने कहा:

> "मेरा बेटा कहता था कि भारत की न्याय व्यवस्था में भ्रष्टाचार है। जज और वकील कानून को नहीं मानते। मेरे बेटे को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया।"



पुलिस का आगे का कदम

पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। निकिता और उसके परिवार से पूछताछ की जा रही है। वहीं, फरार चाचा सुशील की तलाश में छापेमारी जारी है।

क्या होगा अगला कदम?

अतुल के सुसाइड केस ने भारतीय न्याय व्यवस्था और फैमिली कोर्ट्स पर कई सवाल खड़े किए हैं। इस केस की जांच में क्या खुलासे होंगे और आरोपी पर क्या कार्रवाई होगी, यह देखना दिलचस्प होगा।

यह केस एक बार फिर से बताता है कि कैसे परिवारिक विवाद और न्याय प्रणाली में खामियां किसी व्यक्ति को आत्महत्या जैसे कदम उठाने के लिए मजबूर कर सकती हैं। बेंगलुरु पुलिस की कार्रवाई से उम्मीद है कि अतुल सुभाष को इंसाफ मिलेगा।

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