यूपी के संभल में सीओ अनुज चौधरी को इंटरव्यू देने का दबाव डालने और धमकी देने वाला यूट्यूबर मशकूर दादा गिरफ्तार। जानें पूरा मामला।
सीओ अनुज चौधरी को इंटरव्यू ना देने पर यूट्यूबर ने दी धमकी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में तैनात सीओ अनुज चौधरी एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार मामला किसी अपराधी से नहीं, बल्कि एक यूट्यूबर से जुड़ा है। मशकूर दादा नामक यूट्यूबर ने सीओ अनुज चौधरी को फोन पर इंटरव्यू देने के लिए दबाव डाला। जब सीओ ने इसकी अनुमति नहीं दी, तो यूट्यूबर ने धमकी दे डाली। यह ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सीओ अनुज चौधरी: एक अंतरराष्ट्रीय पहलवान से अधिकारी बनने का सफर
सीओ अनुज चौधरी मूल रूप से मुजफ्फरनगर के बढ़ेड़ी गांव के रहने वाले हैं। कुश्ती के क्षेत्र में उनकी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनी। वह 84 किलोग्राम भार वर्ग में 13 वर्षों तक राष्ट्रीय चैंपियन रहे। उनके मजबूत व्यक्तित्व और अनुशासन ने उन्हें कानून व्यवस्था के क्षेत्र में भी नाम दिलाया।
क्या है पूरा मामला?
संभल जिले में तैनात सीओ अनुज चौधरी को मशकूर दादा नामक यूट्यूबर ने फोन किया। यूट्यूबर ने खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बताया और सीओ से इंटरव्यू देने का दबाव बनाया। जब सीओ ने मना किया, तो यूट्यूबर ने धमकी भरे लहजे में कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेगा।
वायरल ऑडियो में मशकूर दादा को यह कहते सुना जा सकता है कि वह डीजीपी से बात करके सीओ को आदेश दिलवाएगा। लेकिन सीओ ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि धमकी देने वाले को सबक सिखाया जाएगा।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। यूट्यूबर को शांति भंग करने और सीओ को धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने माफी मांगने की कोशिश की, लेकिन उसे जेल भेज दिया गया।
सीओ की छवि और सोशल मीडिया पर वायरल घटनाएं
सीओ अनुज चौधरी की छवि एक सख्त और कर्मठ अधिकारी की रही है। उनकी बॉडी लैंग्वेज और निर्णय लेने की क्षमता अपराधियों को डराने के लिए काफी है। इससे पहले भी उनका एक ऑडियो रामपुर में आज़म खान के साथ बहस के दौरान वायरल हुआ था।
इस मामले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अनुज चौधरी अपने पद और कर्तव्यों को लेकर कितने सतर्क हैं।
मशकूर दादा ने क्यों लिया गलत पंगा?
सोशल मीडिया पर मशकूर दादा के खिलाफ लोगों का गुस्सा देखा जा सकता है। उनकी गिरफ्तारी के बाद कई यूजर्स ने सीओ की तारीफ की और कहा कि ऐसे लोगों को सबक सिखाना जरूरी है।
क्या है इस घटना का बड़ा असर?
यह घटना केवल कानून-व्यवस्था का मामला नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि कैसे सोशल मीडिया के कुछ उपयोगकर्ता अपने फायदे के लिए अधिकारियों को धमकाने की कोशिश करते हैं। यह घटना यह भी याद दिलाती है कि अनुशासन और कानून का पालन ही सबसे महत्वपूर्ण है।
सीओ अनुज चौधरी की सख्ती और तत्परता ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कानून के सामने सभी समान हैं। मशकूर दादा को गिरफ्तार कर पुलिस ने यह संदेश दिया है कि ऐसे मामलों में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
आपकी राय:
क्या आपको लगता है कि सोशल मीडिया पर बढ़ती धमकियों के मामलों को लेकर सख्त नियम बनाने की जरूरत है?
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