दिल्ली चुनाव में आर-पार: परवेश वर्मा पर 'पैसे बांटने' का आरोप, केजरीवाल बोले- 'महिलाएं उनके घर जाकर पैसे ले आएं'



दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी का बड़ा आरोप: परवेश वर्मा वोटों के लिए पैसे बांट रहे हैं, केजरीवाल ने महिलाओं से पैसे लेने की बात कही।


दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सियासी माहौल गरमा गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच जुबानी जंग चरम पर है। इस बार विवाद के केंद्र में बीजेपी सांसद परवेश वर्मा हैं। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि वर्मा नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं को पैसे बांट रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर तीखा हमला करते हुए महिलाओं को परवेश वर्मा के घर जाकर पैसे लेने की सलाह दी है।

क्या है विवाद?

आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि परवेश वर्मा चुनाव से पहले वोटरों को लुभाने के लिए हर व्यक्ति को ₹1100 दे रहे हैं। इस दावे को आधार बनाते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "ये कह रहे हैं कि उनके घर से कोई महिला खाली हाथ नहीं जाएगी। आज से दिल्ली की महिलाएं उनके घर जाकर पैसे ले आएं।"

केजरीवाल ने कैसे किया हमला?

केजरीवाल ने एक अन्य पोस्ट में कहा, "मैं अभी अपने विधानसभा क्षेत्र से आया हूं। हर जगह लोग कह रहे हैं कि बीजेपी के लोग खुलेआम वोट खरीद रहे हैं। लेकिन इस बार जनता इनके जाल में नहीं फंसेगी।" उन्होंने बीजेपी नेताओं को "देशद्रोही" तक कह डाला और सवाल उठाया कि चुनाव आयोग इस पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है।

संजय सिंह ने क्या कहा?

आप सांसद संजय सिंह ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा, "परवेश वर्मा के घर पर छापा मारा जाए। उनका घर सील किया जाए और सारे पैसे जब्त किए जाएं। यह सीधे तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है। चुनाव आयोग की चुप्पी सवालों के घेरे में है।"

बीजेपी का पलटवार

बीजेपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। पार्टी प्रवक्ता का कहना है कि AAP अपनी हार को देखते हुए निराधार आरोप लगा रही है। उन्होंने केजरीवाल के बयानों को "राजनीतिक नौटंकी" करार दिया और कहा कि जनता इन बातों से गुमराह नहीं होगी।

चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल

आम आदमी पार्टी के आरोपों ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। AAP का कहना है कि जब सरेआम वोट खरीदे जा रहे हैं, तो चुनाव आयोग इसे नजरअंदाज क्यों कर रहा है। पार्टी ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।

दिल्ली चुनाव की सियासत गर्म

दिल्ली विधानसभा चुनाव में अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। एक तरफ केजरीवाल अपनी सरकार के कामों को गिनाते हुए जनता से समर्थन मांग रहे हैं, तो दूसरी तरफ बीजेपी राज्य में अपनी जड़ें मजबूत करने की कोशिश में जुटी है।

दिल्ली में बढ़ते राजनीतिक तनाव और आरोप-प्रत्यारोप ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले चुनाव बेहद दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण होंगे। हालांकि, परवेश वर्मा पर लगाए गए आरोपों की सच्चाई क्या है, यह जांच के बाद ही पता चलेगा।

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