जौनपुर के दशरथपुर में ग्रीटिंग कार्ड प्रदर्शनी में बच्चों ने बेकार शादी कार्ड से बनाए नए साल के संदेश, कला और हुनर का अद्भुत प्रदर्शन।
इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट
जौनपुर के दशरथपुर स्थित द्वारिका प्रसाद इंटर कॉलेज में आज एक अनोखी ग्रीटिंग कार्ड प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस आयोजन में बच्चों ने बेकार पड़े शादी और अन्य कार्ड्स का उपयोग करते हुए नववर्ष के शुभकामना संदेशों से भरे रंग-बिरंगे ग्रीटिंग कार्ड बनाए। बच्चों के इस रचनात्मक प्रयास ने सभी का दिल जीत लिया।
इस प्रदर्शनी का उद्घाटन जौनपुर पत्रकार संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय ने किया। उन्होंने बच्चों के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा, "आज के डिजिटल युग में जहां संदेश भेजने के लिए व्हाट्सएप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम हावी हैं, वहां हाथों से बनाए गए ग्रीटिंग कार्ड्स का महत्व अलग ही होता है। बच्चों ने जिस तरह से अपनी कला और कल्पना शक्ति का प्रदर्शन किया है, वह प्रशंसा के योग्य है।"
बेकार शादी कार्ड से बनाई खूबसूरत कलाकृति
इस प्रदर्शनी की सबसे खास बात यह रही कि बच्चों ने पुराने और बेकार पड़े शादी कार्ड्स का उपयोग किया। इन कार्ड्स पर बच्चों ने विभिन्न प्रकार की डिज़ाइनों का इस्तेमाल किया और उसमें रंग भरकर उन्हें आकर्षक बनाया। हर ग्रीटिंग कार्ड अपने आप में एक कहानी बयां करता नजर आया।
स्कूल प्रबंधक उदित नारायण तिवारी ने बताया, "ग्रीटिंग कार्ड प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चों के अंदर छिपी कला को निखारना है। बच्चों ने पुराने कार्ड्स पर चित्रकला और रंगों का बेहतरीन संयोजन दिखाया। इससे उनकी रचनात्मकता और नवाचार का विकास होता है।"
नववर्ष के लिए विशेष शुभकामना संदेश
बच्चों ने कार्ड्स पर खासतौर पर नववर्ष के संदेश लिखे। रंगीन और आकर्षक डिज़ाइन के साथ 'हैप्पी न्यू ईयर' और अन्य शुभकामना संदेशों ने हर कार्ड को खास बना दिया। प्रदर्शनी में ग्रीटिंग कार्ड्स की बिक्री भी हुई, जिसमें बच्चों के बनाए कार्ड्स को लोगों ने खूब सराहा।
कला विकास में सहायक पहल
इस अवसर पर प्रधानाचार्य संदीप कुमार मिश्रा ने कहा, "इस तरह के आयोजन बच्चों के मानसिक और कलात्मक विकास में सहायक होते हैं। बच्चों ने जो मेहनत और लगन दिखाई है, वह आने वाले समय में उनकी सोच और कौशल को निखारेगी।"
मुख्य अतिथियों ने की सराहना
प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि के रूप में कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें आशा पांडेय, आनंद कुमार पांडेय, स्वतंत्र तिवारी और अजय कुमार यादव शामिल थे। सभी ने बच्चों के प्रयासों की सराहना की और ऐसे आयोजनों को जारी रखने की अपील की।
बच्चों का उत्साह बढ़ा
बच्चों ने न केवल ग्रीटिंग कार्ड बनाए, बल्कि प्रदर्शनी के दौरान उन्हें बेचा भी। इससे बच्चों के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई। बच्चों ने बताया कि ग्रीटिंग कार्ड बनाते समय उन्होंने नए-नए विचारों को आजमाया और भविष्य में वे अपनी कला को और बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे।
जौनपुर में आयोजित यह ग्रीटिंग कार्ड प्रदर्शनी न केवल बच्चों के लिए एक मंच बना, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि बेकार चीजों को पुनः उपयोग में लाकर कैसे कला और संस्कृति को सहेजा जा सकता है। इस प्रदर्शनी ने साबित किया कि यदि सही दिशा और प्रोत्साहन मिले, तो बच्चे अपनी प्रतिभा से अद्भुत कार्य कर सकते हैं।
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